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मंत्री-विधायकों की सिफारिश नहीं आ रही काम, प्रशासन ने 800 शस्त्र लाइसेंस किए निरस्त - ग्वालियर न्यूज

मध्यप्रदेश में ग्वालियर चंबल संभाग एक ऐसा इलाका है, जहां पर पूरे मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा शस्त्र लाइसेंस हैं. यही कारण है कि लोग हर साल शस्त्र लाइसेंस बनवाने के लिए हजारों की संख्या में आवेदन करते हैं. वहीं प्रशासन ने ऐसे फॉर्म भी नष्ट किए हैं, जिनकी अनुशंसा विधायक या मंत्री की थी. (gwalior police canceled many arms license) (canceled many arms license recommended by minister) (gwalior news)

gwalior police canceled 800 arms license
प्रशासन ने निरस्त किए लाइसेंस

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Published : Nov 1, 2022, 3:18 PM IST

Updated : Nov 1, 2022, 4:57 PM IST

ग्वालियर।ग्वालियर चंबल अंचल का इलाका जहां बंदूक को एक स्टेटस सिंबल के रूप में माना जाता है. यही कारण है कि चंबल के लोग बंदूक का लाइसेंस बनवाने के लिए विधायक और मंत्री तक सिफारिश करते हैं, लेकिन अब की बार यह आदेश प्रशासन पर असर नहीं छोड़ पाया. यही कारण है कि ग्वालियर जिला प्रशासन ने तकरीबन 800 आवेदकों के लाइसेंस निरस्त किए हैं. इनमें 80 आवेदक रिवाल्वर और पिस्टल के हैं, जो भोपाल से वापस आ चुके हैं. आवेदकों की अनुशंसा विधायक और मंत्रियों ने की थी. जिला प्रशासन ने ऐसे 800 हथियार लाइसेंस को निरस्त किया है, जो लगभग 10 महीने से शस्त्र विभाग में पड़े हुए थे. (gwalior police canceled many arms license) (gwalior news)

चंबल संभाग में सबसे ज्यादा शस्त्र लाइसेंस:मध्यप्रदेश का ग्वालियर चंबल संभाग एक ऐसा इलाका है. जहां पर पूरे मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा शस्त्र लाइसेंस हैं. यही कारण है कि लोग हर साल शस्त्र लाइसेंस बनवाने के लिए हजारों की संख्या में आवेदन करते हैं. ग्वालियर जिले की बात करें तो 33 हजार के लगभग लाइसेंस धारक के पास निजी अधिकार हैं. वर्ष 2022 से 10 महीने के अंतराल में ग्वालियर जिला प्रशासन ने सिर्फ उन लोगों के लाइसेंस स्वीकृत किए हैं, जिन्हें रोजगार के लिए हथियार की जरूरत है या फिर वाकई में उन्हें जान का खतरा है. वही जनवरी 2022 से अक्टूबर की 20 तारीख तक ग्वालियर जिला प्रशासन ने तकरीबन 800 आवेदकों के लाइसेंस निरस्त किए हैं. इनमें 80 आवेदक रिवाल्वर और पिस्टल के हैं. जिनकी अनुशंसा विधायक या मंत्री ने की थी, लेकिन इनकी भी अनुशंसा जिला प्रशासन के सामने काम नहीं आई.

प्रशासन ने निरस्त किए लाइसेंस

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युवाओं में लाइसेंस का ज्यादा क्रेज: बता दें ग्वालियर चंबल अंचल में हर साल हर्ष फायरिंग की घटनाओं में लोगों की जाने जा रही है. यही कारण है कि अब की बार जिला प्रशासन ने यह कदम उठाया है. वहीं गृह विभाग ने तय किया है कि अब जिन्हें लाइसेंस की जरूरत है. उन्हें लाइसेंस स्वीकृत किए जाएंगे. वहीं ऐसे युवा जो लाइसेंस लेने के बाद अपना जीवन यापन करते हैं, उनकी अनुशंसा ही की जाएगी, क्योंकि ग्वालियर चंबल में लाइसेंसी हथियार का क्रेज सबसे ज्यादा युवा वर्ग में ही देखा जा रहा है. इसके चलते दलालों को पैसे देकर स्टेटस सिंबल के लिए बड़ी संख्या में आवेदन जमा करते हैं, लेकिन फॉर्म भरते समय स्पष्ट नहीं बता पाते कि उन्हें लाइसेंसी हथियार की कितनी आवश्यकता है.

800 से ज्यादा आवेदकों के फॉर्म नष्ट: इस मामले को लेकर ग्वालियर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने कहा है कि जिले के लगभग 800 से अधिक आवेदकों के फॉर्म नष्ट किए गए हैं. अभी इनकी स्क्रूटिंग जारी है. बिना कारण के जो व्यक्ति हथियार लाइसेंस लेने के लिए आवेदन कर रहा है. उसके आवेदन निरस्त किए जाएंगे. गौरतलब है कि ग्वालियर चंबल अंचल में बड़ी संख्या में लाइसेंस आवेदकों में नेता, विधायक और मंत्रियों तक के सिफारिशी लेटर लगे हुए हैं. बाकायदा इन लेटर में लिखा है कि हमारे समर्थक हैं और इनका लाइसेंस देने की अनुशंसा मैं कर रहा हूं, ऐसे में निरस्त किए गए आवेदकों के स्वामी अपने-अपने नेताओं से भी यह चर्चा कर आवेदनों के निरस्त होने की बात बता रहे हैं. इसके साथ ही सबसे बड़ी परेशानी यह है कि कई लाइसेंस के आवेदक तो ऐसे हैं जिनमें रेड क्रॉस की फीस भी जमा की गई है और लाइसेंस बने नहीं हैं तो ऐसे आवेदक रोजाना शस्त्र विभाग में फीस वापस लेने के लिए चक्कर काट रहे हैं. (gwalior police canceled many arms license) (canceled many arms license recommended by ministers) (gwalior news)

Last Updated : Nov 1, 2022, 4:57 PM IST

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