ग्वालियर में पूर्व सैनिकों से करोड़ों रुपए की ठगी ग्वालियर। धुलेरा गुजरात में जमीन का कारोबार करने वाली एक कंपनी में इन्वेस्टमेंट कर मोटा मुनाफा कमाने का लालच देकर ग्वालियर के भूतपूर्व सैनिकों से करोड़ो रुपए की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है. एसपी ऑफिस में मंगलवार को जनसुनवाई में बड़ी संख्या में ठगी का शिकार पूर्व सैनिक पहुंचकर मामले की शिकायत की. माना जा रहा है कि ठगों ने पचास करोड़ से ज्यादा रकम ठगी है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
ऐसे हुए ठगी का शिकार:ठगी के शिकार हुए भूतपूर्व सैनिक रक्षपाल सिंह सिकरवार ने एसपी ऑफिस पहुंचकर अपनी आपबीती सुनाई. सिकरवार ने बताया कि उनसे एक भूतपूर्व सैनिक सुभाष चंद्र विजनिया ने संपर्क किया, वे ग्रेनेड रेजीमेंट में थे. हम सभी फौजी भाइयों की पेंशन आती थी तो वे भी मिलते थे और सबसे बातचीत करते थे. उन्होंने बताया कि गुजरात के धोलेरा में हमारा जमीन का काम है. हम जमीन में इन्वेस्टमेंट कर रहे है जहां से वीकली पैसा पेमेंट होता है आप लोग भी उसमें पैसा लगाओ. उन्होंने हम सब लोगो का पैसा एक कंपनी में इन्वेस्टमेंट कराने बात कही.
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करोड़ों की चपत: पीड़ित ने बताया कि कंपनी में 50 हजार लगाने वाले को 1352 रुपए, 1 लाख पर 2990 रुपए वीकली पेमेंट करते थे. इसके कारण एक दूसरे से लोग जुड़ते रहे. रिश्तेदार, दोस्त इससे जुड़ते चले गए और अपना करोड़ो रुपया कंपनी में लगा दिया. भरोसा दिलाने के लिए पहले आरोपी ने 2 होटल में बड़े-बड़े सेमिनार किए थे. इसमे विभिन्न रेजीमेंट से जुड़े अनेक फौजी भाइयों को बुलाया था. इस तरह से उन्होंने ग्वालियर से लगभग 700 से 800 तक फौजियों को अपने झांसे में लेकर अपना शिकार बनाया और 50 करोड़ से ज्यादा पैसा ऐंठ लिया.
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स्मार्ट सिटी के नाम पर ठगी: पीड़ित लोगों ने बताया कि इन्वेस्टमेंट करने वाले लोगों को पहले तो कुछ समय तक खाते में उनका वीकली पेमेंट डिपॉजिट कराया गया लेकिन उसके बाद पैसा आना बंद हो गया. इसके बाद उनके कॉल भी बंद आने लगे थे. पीड़ितों का कहना है कि उनसे कहा गया था कि गुजरात मे इंडिया की पहली स्मार्ट सिटी बन रही है हम उसमे पैसा इंवेस्टमेंट के लिए ले रहे हैं. बड़ी संख्या में ठगी का शिकार हुए भूतपूर्व सैनिकों ने रणवीर विरजानिया, सुभाष, नरेंद्र, दिलीप विरजानिया और ठग कंपनी खिलाफ शिकायत दर्ज की है. एडिशनल एसपी मोती उर्रहमान ने बताया कि यह बड़ा फ्राड है. पीड़ितों से बैंक स्टेटमेंट और अन्य सभी दस्तावेज लेकर आने को कहा है लेकिन मामले की जांच शुरू कर दी है और साक्ष्य आते ही एफआईआर कर दी जाएगी.