ग्वालियर। जयारोग्य अस्पताल की कार्डियोलॉजी में भर्ती मरीज की हृदयाघात से मौत काे लेकर परिजन ने जमकर हंगामा व तोड़फोड़ किया, साथ ही डॉक्टर व स्टाफ के साथ मारपीट कर दी. इसी दौरान महिला स्टाफ ने कक्ष में बंद कर खुद को बचाया. हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, तब मामला शांत हुआ. बाद में डॉक्टरों की शिकायत पर मरीज के परिजन के खिलाफ मारपीट और तोड़फोड़ का मुकदमा दर्ज किया गया है. फिलहाल किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.
ये है मामलाःजानकारी के अनुसार घोसीपुरा में रहने वाले सुभाष जयारोग्य अस्पताल में टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत हैं. उनके 75 वर्षीय पिता पातीराम को सीने में दर्द हुआ तो उन्हें बीते रोज जेएएच के कार्डियोलाजी विभाग में भर्ती किया गया. पातीराम का उपचार चल रहा था, लेकिन शुक्रवार की शाम को उनकी मौत हो गई, जिसके बाद मरीज के साथ आए अटेंडरों ने हंगामा करते हुए डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया और तोड़फोड़ शुरू कर दी और वहां पर मौजूद स्टाफ व जूनियर डॉक्टरों के साथ मारपीट की. इससे वहां पर भर्ती मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा. वहीं, अस्पताल में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने हंगामा कर रहे परिजन को समझाने का प्रयास किया, लेकिन उनकी बात सुनने के लिए कोई तैयार नहीं था. बाद में जब पुलिस आई तब मामला शांत हुआ.
मरीज के परिजन का आरोपः वहीं, मरीज के परिजन का आरोप है कि डॉक्टरों ने उनके मरीज के वेंटिलेटर को गुस्से में हटा दिया था जिसके कारण उनकी हालत बिगड़ गई और कुछ ही समय में उनकी मौत हो गई. मरीज के बुजुर्ग रिश्तेदार के साथ भी डॉक्टरों ने मारपीट की है, जबकि डॉक्टरों ने मरीज के परिजनों के आरोपों को नकारा है. वहीं, मरीज के बेटे का आरोप है कि ऑक्सीजन पाइप डॉक्टरों ने खींचा था.