ग्वालियर। मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में ग्वालियर चंबल अंचल में बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी है. इसके बावजूद बीजेपी के कई उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनके लिए जीतना आसान नहीं है. यही कारण है कि बीती रात लगभग 12:00 बजे केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बंगले पर गुप्त बैठक रखी गई. इसमें ग्वालियर चंबल अंचल के सभी उम्मीदवारों को बुलाया गया. सूत्रों की माने तो संगठन के सर्वे के आधार पर इस बैठक में सभी उम्मीदवारों को हिदायत दी है.क्षेत्र में स्थिति अभी कमजोर नजर आ रही है. दिन-रात मेहनत कर इसको सुधारने का काम करें. यह बैठक लगभग 1 घंटे तक चली. बैठक खत्म होने के बाद घंटेभर उम्मीदवारों में आपस में मंथन चल रहा है.
जिनकी स्थित कमजोर, उनसे हुई चर्चा: बता दें, ग्वालियर चंबल अंचल में बीजेपी जीतने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है. खुद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने यहां कमान संभाल रखी है. वह लगातार हर विधानसभा सीट को लेकर रणनीति तैयार कर रही है. इसके बावजूद भाजपा के लिए राह आसान दिखाई नहीं दे रही है. एंटी इनकंबेंसी की वजह से कई विधानसभा ऐसी है, जिनमें बीजेपी के उम्मीदवार काफी पीछे रहे है. इसी को लेकर सभी उम्मीदवारों को मध्य प्रदेश कार्य समिति के संयोजक और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बंगले पर बुलाया गया. बताया गया कि इस बैठक में सभी जिन उम्मीदवारों को बुलाया गया उनकी स्थिति कमजोर नजर आ रही है.
बैठक में कौन रहा मौजूद: इस बैठक में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और संगठन की कुछ पदाधिकारी मौजूद थे. वहीं ग्वालियर जिले उम्मीदवार के रूप में पूर्व मंत्री इमरती देवी,पूर्व मंत्री माया सिंह, मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर, मंत्री भारत सिंह कुशवाहा, भितरवार विधानसभा से उम्मीदवार मोहन सिंह राठौड़ मोजूद थे. इसके अलावा मुरैना जिले से रघुराज सिंह कंसाना, सरला रावत, कमलेश जाटव, सूबेदार सिंह राजौदा मौजूद रहे थे.
वहीं, भिंड जिले से नरेंद्र कुशवाहा शामिल हुए. बैठक में ग्वालियर मुरैना और भिंड के जिला अध्यक्ष को भी बुलाया गया. बैठक में ग्वालियर, मुरैना, भिंड और श्योपुर जिले की लगभग सभी भाजपा के उम्मीदवारों को बुलाया गया. सूत्रों की माने तो संगठन के सर्वे के आधार पर इन सभी उम्मीदवारों की स्थिति से नाखुश है. इसलिए इन सभी उम्मीदवारों को बैठक में बुलाया गया और इन विधानसभाओं पर रणनीति तैयार की गई है..