ग्वालियर। नगर निगम हर भारत स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिंग में फिसड्डी साबित हो रहा है और एक बार फिर ग्वालियर नगर निगम ने स्वच्छता सर्वेक्षण की दौड़ में शामिल होने के लिए तैयारियां शुरू कर दी है. इसी को लेकर आज नगर निगम ने कचरा कलेक्शन करने वाले नए वाहनों को शामिल किया गया है. खास बात यह है कि इस बार डोर टू डोर कचरा कलेक्शन वाली सीएनजी गाड़ियों को शामिल किया है ताकि शहर में पॉल्यूशन को कंट्रोल किया जा सके. नगर निगम ने दावा किया है कि इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में ग्वालियर अब्बल होगा और इसको लेकर शहर के लोगों को भी जागरुक होने की अपील की है.
निगम में बाड़े में नए सीएनजी वाहन: ग्वालियर नगर निगम पिछले 5 सालों से स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में अपने आपको नंबर 1 लाने के लिए लगातार प्रयासरत है. हर साल साफ सफाई के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं लेकिन इसका नतीजा बेअसर दिखाई देता है. स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में गिरावट आने का सबसे बड़ा कारण यह है कि शहर में नगर निगम डोर टू डोर कचरा कलेक्शन नहीं कर पा रहा है. यही कारण है कि शहर में गंदगी के ढेर दिखाई देते हैं. इसी को लेकर नगर निगम ने 36 सीएनजी वाहनों को अपनी बाड़े में शामिल किया है. अब शहर में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करने वाले वाहनों की संख्या 240 पहुंच गई है.