ग्वालियर।अपराधों के लिए बदनाम रहा ग्वालियर चंबल अंचल अब मानव तस्करी का बड़ा सेंटर बनता जा रहा है. ग्वालियर जिले में लगातार मानव तस्करों द्वारा नादान बच्चियों की खरीद-फरोख्त कर उन्हें रेड लाइट एरिया में देह व्यापार के लिए धकेला जा रहा है. इस देह व्यापार में गरीब परिवारों की बच्चियां मानव तस्करों के रडार पर रहती हैं, उन्हें चोरी करने से लेकर अपने शिकंजे में रखना और फिर दिल्ली- मुंबई की रेड लाइट एरिया तक पहुंचाना उनका काम है.
जिले के बदनापुर और रेशमपुरा ऐसे दो बड़े इलाके हैं, जहां पर सबसे ज्यादा देह व्यापार का काम किया जाता है. यहीं से नाबालिग बच्चियों को अगवा और खरीद फरोख्त कर रेड लाइट एरिया में भेजा जाता है. पुलिस की नाकामी और ढीली कार्यप्रणाली के चलते यह मानव तस्करी का काम लगातार तेजी से बढ़ रहा है.
वैसे तो ग्वालियर चंबल अंचल अपराधों के लिए बदनाम है, लेकिन अब यहां मानव तस्करी का काम भी होने लगा है. ग्वालियर अंचल के इलाकों में मानव तस्करों की गैंग लगातार नाबालिग बच्चियों को अपने निशाने पर ले रही है.
मानव तस्करों की रडार पर गरीब और भीख मांगने वाले परिवार
यह मानव तस्कर गैंग गरीब परिवार की बच्चियां, मजदूर और भीख मांगने वाले नाबालिग बच्चियों को अपने टारगेट पर रखती है, क्योंकि बच्चों को चोरी करने के बाद उन्हें पकड़े जाने का डर कम होता है. इन परिवारों को कानून की ज्यादा समझ नहीं होती है. यह मानव तस्कर पहले उनके परिवार का पोषण करने की जिम्मेदारी का भरोसा दिलाते हैं, उसके बाद उन्हें ले जाते हैं और उनकी बच्चियों को अगवा कर लेते हैं.
बदनापुर और रेशमपुरा बन रहा है मानव तस्करी का सबसे बड़ा सेंटर
ग्वालियर जिले के दो इलाके बदनापुर और रेशमपुरा देह व्यापार के लिए मशहूर है, इन इलाकों में सबसे ज्यादा देह व्यापार होता है. इन इलाकों में रहने वाले लोग नाबालिग बच्चियों को देह व्यापार के लिए रेड लाइट एरिया में भेजते हैं. इसी इलाके में यह मानव तस्कर नाबालिगों को लेकर आते हैं और इन्हीं इलाकों में देह व्यापार का काम कराते हैं. इस इलाके में पुलिस ने कई नाबालिग बच्चियों को उनके कब्जे से छुड़ाया है.
मानव तस्करों की रडार पर रहते हैं यह इलाके
पुलिस अधिकारी मानते है कि बच्चों को अगवा करने वालों का फोकस शहर की आउटर बस्ती पर ज्यादा रहता है . रेलवे स्टेशन बस स्टैंड के बाहर खुले आसमान के नीचे रहने वाले परिवार रहते हैं, इन इलाकों से ही यह मानव तस्कर बच्चियों को बहला-फुसलाकर या अगवा कर ले जाते हैं और उसके बाद उन्हें दूसरे स्थान पर बेच देते हैं. या फिर देह व्यापार में धकेल देते हैं.
पुलिस ने अभी तक पकड़े गये मानव तस्करों से नेटवर्क का किया खुलासा