ग्वालियर।स्वर्ण रेखा के प्राचीन स्वरूप को वापस लाने के लिए हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है. इसमें कहा गया है कि स्वर्ण रेखा नदी जो अब नाले के रूप में तब्दील हो चुकी है, उसे सीमेंट कंक्रीट से पूरी तरह से कवर कर दिया गया है. इस कारण बारिश का पानी बहकर शहर से बाहर चला जाता है. जबकि शहर के जल स्रोत सूख रहे हैं. याचिका में मांग की गई है कि स्वर्ण रेखा को पुराने स्वरूप में लौटाया जाए. हाई कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए 8 सप्ताह में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं.
याचिका में ये दलीलें :याचिका में कहा गया है कि पहले जब स्वर्णरेखा नदी के आसपास सीमेंट कांक्रीटकरण नहीं हुआ था, तब शहर का जलस्तर अच्छा था और लोगों को अपने रोजमर्रा के कामों के साथ ही सिंचाई के लिए पानी मिल जाता था. लेकिन अब यह पानी नहीं मिल पा रहा है और बारिश का पानी जमा होकर शहर से बाहर चला जाता है. जिसका कोई उपयोग नहीं रह जाता है. वहीं केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर स्वर्ण रेखा नदी के किनारे 1000 करोड़ की लागत से एलिवेटेड रोड का निर्माण कर रही हैं. इसके लिए पानी कहां से आएगा, इसके बारे मे सोचने की किसी के पास फुर्सत नहीं है.