ग्वालियर। संगीत सम्राट तानसेन की नगरी ग्वालियर को अब "सिटी ऑफ म्यूजिक" के नाम से भी जाना जाएगा. आज UNESCO की तरफ से दुनिया के 55 क्रिएटिव शहरों की सूची में ग्वालियर को शामिल किया गया है. इसमें ग्वालियर को सिटी ऑफ म्यूज़िक के रूप में चुना गया है. ग्वालियर महान संगीतकार तानसेन नगरी है. इसके अलावा ग्वालियर में कई संगीत घराने है, जो देश और विदेश में अपनी अलग पहचान रखे हुए हैं. यही कारण है कि ग्वालियर में हर साल विश्व संगीत तानसेन समारोह का आयोजन भी किया जाता है. इसमें पूरे दुनियाभर के संगीत सम्राट शामिल होते हैं.
सिंधिया बोले नई पहचान मिलेगी: ग्वालियर को UNESCO की तरफ से चयनित किए जाने के बाद केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा- ग्वालियर के संगीत को विश्व पटल पर एक नई पहचान मिलेगी. एक नई उड़ान भी होगी. जहां अब विश्व म्यूज़िक पटल पर ग्वालियर का नाम होगा. अंतरराष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम, अब ग्वालियर में होंगे और इस पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने पत्र में लिखा है कि इतिहास में वर्णित है.
एमपी टूरिज्म ने भेजा था प्रस्ताव: बता दें, मध्य प्रदेश टूरिज्म विभाग की तरफ से ग्वालियर को संगीत सिटी में शामिल करने के लिए प्रस्ताव भेजा था. इस प्रस्ताव में बताया गया था कि ग्वालियर महान संस्कृति और संगीत के इतिहास विरासत के लिए जाना जाता है. वहीं ,ग्वालियर का नाम UNESCO के सिटी में शामिल हो, इसके लिए सिंधिया ने पत्र लिखा था. उन्होंने इस पत्र में ग्वालियर के महान सांस्कृतिक व संगीत के इतिहास की चर्चा की और ग्वालियर घराने के महान संगीतकार बैजू बावरा और तानसेन का भी ज़िक्र किया था.