Gwalior Cyber Fraud: सोशल साइट पर विज्ञापन देना पड़ा भारी, ऐसे लगा 6 लाख रुपए का झटका - ग्वालियर में सायबर फ्रॉड की दो घटनाएं
धोखाधड़ी एवं ठगी के मामलों में सायबर अपराधी नए-नए तरीके ईजाद कर रहे हैं. ग्वालियर में ऐसे दो मामले सामने आए हैं. अलग-अलग तरीके से तकरीबन सात लाख रुपए की ठगी कर ली गई. मकान किराए पर देने का विज्ञापन ओएलएक्स पर देने वाले ने ठग के द्वारा भेजी गई लिंक ओपन की और उसे ओटीपी बता दिया. कुछ ही पलों में उसके खाते से करीब 6 लाख रुपये गायब हो गए.
सोशल साइट पर मकान किराए पर देने का विज्ञापन पड़ा भारी
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Published : Apr 27, 2023, 7:20 AM IST
सोशल साइट पर मकान किराए पर देने का विज्ञापन पड़ा भारी
ग्वालियर।शहर में सायबर अपराध की पहली घटना के अनुसार मकान किराए पर लेने वाले कथित किराएदार ने मकान मालिक को एडवांस भेजने के नाम पर उनकी बैंक डिटेल ले ली और करीब 5 लाख 70 हजार रुपए की चपत लगा दी. वहीं दूसरी घटना में एक बच्चे द्वारा मोबाइल पर प्ले रमी एप खेलने के दौरान आई लिंक को ओपन करते ही एक लाख रुपए निकल गए. इससे ये बात साफ हो गई कि पुलिस की गाइडलाइन को लोग गंभीरता से नहीं लेते और ठगी का शिकार हो जा रहे हैं.
ओएलएक्स पर दिया विज्ञापन:पुलिस में दी शिकायत के अनुसार शहर के गोला का मंदिर थाना क्षेत्र के आदर्श पुरम में रहने वाले उदयभान परमार के साथ मकान किराए पर लेने के नाम पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा ठगी की गई. उदय भान परमार को सोशल मीडिया पर अपने मकान का विज्ञापन देना भारी पड़ गया. उन्होंने अपने मकान को किराए पर देने के लिए ओएलएक्स पर विज्ञापन दिया. एक व्यक्ति ने खुद को सीआईएसएफ का जवान बताते हुए अपनी पोस्टिंग एयर फोर्स महाराजपुरा में होने का हवाला दिया. उसने किराए पर मकान लेने की इच्छा जाहिर की.
ऐसे लिया ठग ने झांसे में :ठग ने झांसा देते हुए कहा कि वह मकान का किराया और एडवांस उन्हें ट्रांसफर करना चाहता है. इसके लिए उसने मकान मालिक उदय भान परमार से पैसा भेजने के लिए बैंक की डिटेल पूछ ली. फिर एक लिंक देकर उसका ओटीपी पूछ लिया. ओटीपी पूछने के बाद ठग का फोन कट गया. कुछ देर बाद मकान मालिक उदय भान के फोन पर पैसे निकलने के मैसेज आने लगे. उन्होंने इन मैसेज को काफी देर बाद देखा. तब तक उनके अकाउंट से करीब 5.69 लाख रुपए ठगों द्वारा निकाले जा चुके थे.
बैंक पहुंचे तो पता चला ठगी का :अकाउंट से पैसा अचानक गायब होने का पता लगते ही वे अपने बैंक पहुंचे और उन्होंने बैंक प्रबंधन से पूछा कि जब उन्होंने अपने खाते को ऑपरेट ही नहीं किया, तब उनके खाते से पैसे कैसे गायब हो गए. इस पर जब उन्हें ठगी के तरीके के बारे में बताया गया, तब उन्हें अपने साथ हुई ठगी का पता चला. इसके बाद वे पुलिस थाने पहुंचे और वहां से उन्हें साइबर सेल एवं क्राइम ब्रांच भेजा गया. क्राइम ब्रांच पुलिस ने अज्ञात ठग के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है. इसी तरह गोला का मंदिर थाना क्षेत्र के ही गंगा विहार कॉलोनी में रहने वाले कारोबारी के साथ ऑनलाइन रमी गेम के दौरान एक लाख रुपए की ठगी की गई. उनका बेटा मोबाइल पर रमी खेल रहा था. इसी दौरान मोबाइल पर एक लिंक आई, जिसे ओपन करने के बाद धर्मेंद्र के खाते से एक लाख रुपये गायब हो गए. दोनों ही मामलों में क्राइम ब्रांच ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. एडिशनल एसपी राजेश दंडोतिया का कहना है कि दोनों मामलों की जांच की जा रही है.