Gwalior Crime News: क्रिप्टोकरंसी में निवेश कराकर लोगों को ठगने वाले पिता-पुत्र नोएडा से गिरफ्तार - mp hindi news
ग्वालियर में क्रिप्टोकरंसी में निवेश कराकर लोगों को ठगने का मामला सामने आया था. इस मामले में ग्वालियर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपी पिता-पुत्रों को गिरफ्तार कर लिया है.
ग्वालियर में क्रिप्टोकरंसी में निवेश में ठगी
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Published : Mar 2, 2023, 7:18 PM IST
ग्वालियर में क्रिप्टोकरंसी में निवेश में ठगी
ग्वालियर। डिजिटल करेंसी बिटकॉइन में निवेश कराकर लोगों को ठगने वाले पिता और उसके दोनों पुत्रों को क्राइम ब्रांच पुलिस ने नोएडा से गिरफ्तार किया है. इन ठगों ने ग्वालियर के अजय टंडन से करीब पौने दो करोड़ रुपए ठगे थे. इसकी शिकायत फरियादी अजय टंडन ने पिछले साल नवंबर महीने में एसएसपी से मिलकर की थी. इसके बाद क्राइम ब्रांच पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया. क्राइम ब्रांच की पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया है कि वे लोग आम नागरिकों को डिजिटल करेंसी में निवेश कराकर 10 से 15 फीसदी तक लाभ कमाने का झांसा देते थे.
निवेशकों का पैसा नहीं करते थे वापस: डिजिटल करेंसी की कीमत बढ़ने पर यह ठग निवेशक को उसका पैसा वापस नहीं करते थे और इसे हड़प लेते थे. शहर के पॉश इलाके सिटी सेंटर में रहने वाले अजय टंडन ने बताया था कि जेवरिया सर्विस क्लब इंडिया प्राइवेट लिमिटेड एवं वेबसाइट क्रिप्टो के लोगों के द्वारा उसके साथ यह करोड़ों की ठगी की गई है. ठगों ने ऑनलाइन डिजिटल करेंसी बिटकॉइन में निवेश कराने के नाम पर 12.11 34 बिटकॉइन डिजिटल करेंसी यानि भारतीय मुद्रा 1 करोड़ 63 लाख 38,750 रुपए की धोखाधड़ी की थी.
आरोपी बाप-बेटे नोएडा से गिरफ्तार: करोड़ों की धोखाधड़ी की इस शिकायत को देखते हुए एसपी ने इस मामले की जांच का जिम्मा क्राइम ब्रांच को सौंपा था. इसके आधार पर धोखाधड़ी अमानत में खयानत और आईटी एक्ट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की थी. टेक्निकल और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के जरिए क्राइम ब्रांच को आरोपियों का नोएडा ठिकाने का पता लगा. कई दिनों तक डेरा जमाने के बाद आरोपियों को पुलिस ने नोएडा से धर दबोचा. इनमें मुख्य आरोपी सुभाष चंद्र और उसके दोनों बेटे सौरभ एवं शुभम को गिरफ्तार किया गया है.
मोटे मुनाफे का देते थे लालच: पूछताछ में पिता पुत्रों के इस गिरोह ने बताया है कि उन्होंने 2017 में मुंबई में भी इसी तरह की लोगों के साथ ठगी की थी. यह गिरोह डिजिटल करेंसी में लोगों का पैसा निवेश कराकर उन्हें मोटा मुनाफा कमाने का लालच देते थे और इस पूंजी को दूसरे काम धंधों में लगा देते थे. निवेशकों ने क्रिप्टो एवं एक अन्य वेबसाइट पर डिटेल कॉयन के माध्यम से निवेश किया था. ठगों की गैंग ने यूट्यूब चैनल पर ओहो टीवी इंडिया के नाम से चैनल बनाकर विभिन्न वीडियो द्वारा डिजिटल करेंसी को अपनी ही वेबसाइट पर निवेश कराने के लिए लुभाने हेतु अपलोड किए थे. साथ ही फेसबुक पर भी कई वीडियो अपलोड किए गए हैं. क्राइम ब्रांच को उम्मीद है कि पूछताछ में इन शातिर ठगों से देश के अलग-अलग हिस्सों में हुई वारदातों के बारे में खुलासा हो सकेगा.