ग्वालियर। जिले में लगातार सरकार के विरोध में प्रदर्शन कर रहे ओबीसी महासभा के एक नेता को धमकी भरा पत्र मिला है. यह पत्र खून से लिखा हुआ हैं.इस पत्र में ओबीसी नेता को जमकर गालियां लिखी गई हैं. साथ ही जान से मारने की धमकी दी गई है. बताया जा रहा है यह धमकी भरा पत्र किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा लिखा गया है.इस धमकी भरे पत्र के बाद ओबीसी नेता ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस इस मामले में अज्ञात व्यक्ति की तलाश में जुटी है.
Gwalior Caste Fight: ओबीसी नेता को धमकी भरा पत्र, 'खून से लिखा 5 दिन में तुझे ऊपर भेज देंगे' - खून से लिखा 5 दिन में तुझे ऊपर भेज देंगे
मध्यप्रदेश के चुनावी साल में ग्वालियर चंबल अंचल में एसी-एसटी, ओबीसी और सवर्णों के बीच की खाईं बढ़ती जा रही है. इसको लेकर दोनों तरफ से लड़ाई के आसार बनते जा रहे है. इसी परिप्रेक्ष्य में ग्वालियर में एक ओबीसी नेता को खून से धमकी भरा पत्र लिखा गया है.
दो पन्ने का लिखा धमकी भरा पत्रः कांग्रेस से जुड़े और पिछड़े वर्ग के आंदोलनों में मुख्य भूमिका निभा रहे नेता रूपेश सिंह यादव जब सचिन तेंदुलकर मार्ग पर बने अपने कार्यालय पहुंचे और उन्होंने जैसे ही अपने ऑफिस का गेट खोला तो उन्हें ऑफिस के गेट पर दो पन्ने का अज्ञात व्यक्ति द्वारा खून से लिखा धमकी भरा लेटर मिला है. इस चिट्ठी के पहले पन्ने पर धमकी देने वाले अज्ञात व्यक्ति ने लिखा है कि तुझे 5 दिन के अंदर ऊपर भेज देंगे. साथ ही अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए लिखा है कि SC, ST, OBC का कुछ नहीं कर पाओगे. फिर सवर्ण समाज जिंदाबाद, ब्राह्मण-ठाकुर एकता जिंदाबाद जैसे नारे भी लिखे हैं.
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ग्वालियर चंबल अंचल में तेज हो रही है जातिगत लड़ाईः इस धमकी भरे पत्र को देखकर ऐसा लग रहा है कि इस समय ग्वालियर चंबल अंचल में जातिगत लड़ाई काफी तेज होती जा रही है. यही कारण है कि इस धमकी भरे पत्र में कहा है कि एससी-एसटी और ओबीसी कुछ नहीं कर पाओगे. मतलब साफ तौर पर यह संभावना जताई जा रही है कि अब धमकी भरा पत्र किसी सवर्ण अज्ञात व्यक्ति के द्वारा दिया गया है. ऐसे में पुलिस ने ओबीसी नेता की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने बताया कि यह धमकी भरा पत्र किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा भेजा गया है. मामले को लेकर ओबीसी नेता ने शिकायत दर्ज कराई है और शिकायत पर मामला दर्ज कर इसकी पड़ताल शुरू कर दी गई है. गौरतलब है कि इस समय एससी-एसटी और ओबीसी वर्ग एकजुट होकर सरकार के विरोध में प्रदर्शन कर रहा है. वहीं अभी हाल में ही करणी सेना के बयान को लेकर जिस तरीके से एससी-एसटी और ओबीसी ने कड़ा विरोध प्रदर्शन किया था उसके बाद सवर्ण वर्ग भी विरोध में उतर आया है. यही कारण है कि अब ग्वालियर चंबल अंचल में लड़ाई सवर्ण वर्ग और एससी-एसटी, ओबीसी के बीच होने लगी है.