ग्वालियर। तानसेन नगरी ग्वालियर को अब विश्व भर में जल्द एक ही नई पहचान मिल सकती है. यूनेस्को की क्रिएटिव नेटवर्क की संगीत श्रेणी में शहर को संगीत शहर के तौर पर शामिल की जाने की पूरी संभावना बन गई है. इसको को लेकर आज जिला प्रशासन की भोपाल पर्यटन विभाग के साथ एक वर्चुअल बैठक है. बैठक में चर्चा होने के बाद पर्यटन विभाग इस संबंध में केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजेगा. सभी बिंदुओं पर सहमति बनी तो विश्व शहर दिवस यानि 31 अक्टूबर को यूनेस्को, ग्वालियर को संगीत शहर की श्रेणी में शामिल होने की घोषणा कर सकता है. अगर ऐसा हुआ तो प्रदेश का पहला और देश का तीसरा संगीत शहर घोषित होगा.
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पर्यटन विभाग ग्वालियर को संगीत का शहर बनाने का भेज रहे हैं प्रस्ताव
यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क को पर्यटन विभाग ग्वालियर शहर को संगीत का शहर बनाने का प्रस्ताव भेज रहे हैं. इससे ग्वालियर और यहां के संगीत की विश्व भर में पहचान मिलेगी. अगर ऐसा हुआ संगीत किस शहर के नाम से पहचाने बाला ग्वालियर मध्य प्रदेश का इकलौता शहर होगा और विश्व के लोग भी ग्वालियर के संगीत की प्रसिद्धि को जान सकेंगे. ग्वालियर संगीत सम्राट तानसेन की नगरी है और यहां शुरू से ही शहर में संगीत बसता है. इसलिए इस पहचान को विश्व स्तर तक ले जाने की जरूरत है.