ग्वालियर।क्राइम ब्रांच पुलिस ने एटीएम कटर गैंग के मास्टरमाइंड को पकड़ने में सफलता हासिल की है.मूलत राजस्थान के धौलपुर के रहने वाले यशवीर सिंह ने हरियाणा के मेवाती गैंग के साथ मिलकर 10 और 11जनवरी की दरम्यानी रात को एसबीआई के दो एटीएम को काटकर वहां से करीब 50 लाख रुपए की रकम उड़ाई थी. इसके बाद बदमाशों ने मुरैना में भी एसबीआई के एटीएम को काटा था.
कार पर फर्जी नंबर लगाकर करते थे वारदातः मिली जानकारी के अनुसार क्रेटा कार पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर यह बदमाश वारदातों को अंजाम देते थे. फिलहाल चार वारदातों में इस गैंग ने अपना हाथ कबूला है. दो आरोपियों को दिल्ली पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. जबकि दो आरोपी फिलहाल फरार हैं. इस गैंग में कुल 5 सदस्य वारदातों में शामिल थे. पकड़ा गया आरोपी यशवीर सिंह मूलतः राजस्थान के धौलपुर का रहने वाला है. पुलिस ने आरोपी से 8 लाख रुपए नकद व गैस कटर मशीन बरामद की है.
एसबीआई एटीएम काटकर लाखों रुपये ले गए चोर, तीन महीने में दूसरी बार इस तरह की घटना, जांच में जुटी पुलिस
एटीएम काटकर उड़ाए थे 50 लाखःगौरतलब है कि 11-12 जनवरी की दरमियानी रात ग्वालियर में मुरार और बहोड़ापुर और मुरैना व दिल्ली में एसबीआई के दो एटीएम को एक ही रात में काटकर अज्ञात बदमाशों ने सनसनी फैला दी थी. वारदात में बदमाश 50 लाख रुपए से ज्यादा समेटकर ले गए थे. शुरुआती जांच और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस इस मामले में मेवाती गैंग का हाथ होना बता रही थी. पिछले दिनों दिल्ली पुलिस ने एटीएम कटर गैंग के दो बदमाशों को गिरफ्तार किया था.
SBI के एटीएम को काटना होता है आसानःदिल्ली में पकड़े गए बदमाशों ने ग्वालियर में कारित वारदात में शामिल होना बताया था. हालांकि ग्वालियर की क्राइम ब्रांच, मुरार और बहोड़ापुर थाना पुलिस गैंग के पीछे लगी थी, लेकिन उस वक्त सफलता दिल्ली पुलिस के हाथ लगी थी. इसी बीच ग्वालियर पुलिस को गैंग के मास्टर माइंड यशवीर सिंह के बारे में सूचना मिली. जिस पर पुलिस ने दबिश देकर यशवीर को गिरफ्तार कर लिया. यशवीर मूलतः राजस्थान के धौलपुर जिले का रहने वाला है. ग्वालियर में एक व्यापारी के यहां नौकरी कर चुका है. पुलिस का कहना है कि इसी के चलते यशवीर ग्वालियर के रास्तों के बारे में जानता था, जो वारदात में सहायक बना. पुलिस यशवीर से 8 लाख रुपए नकद व गैस कटर बरामद किया है. पकड़े गए बदमाश ने पुलिस को बताया है कि एसबीआई के एटीएम उनके निशाने पर इसलिए रहते है क्योंकि उनका मेटल मुलायम होता है और आसानी से कट जाता है.
धोखाधड़ी के आरोपी की जमानत खारिज करने को दिया आवेदनः एक अन्य खबर के अनुसार करोड़ों के धोखाधड़ी के मामले में मुख्य आरोपी आशीष उर्फ आशू गुप्ता की जमानत को खारिज करने के लिए फरियादी पक्ष ने हाईकोर्ट में आवेदन किया है. कंपू क्षेत्र में रहने वाले अंबिका प्रसाद शर्मा ने हाई कोर्ट में इस मामले में याचिका दायर की है. अंबिका प्रसाद शर्मा ने कंपू थाने में आरोपी आशीष और उसके पिता नाथू लाल गुप्ता के खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेजों के बनाने का मामला दर्ज कराया था. बताया गया है कि 2 करोड़ 75 लाख रुपए की उनके साथ ठगी की गई है. बताया गया कि जिन स्टांप पर आरोपी आशीष गुप्ता ने खुद जमीन के सौदे का अनुबंध करने का दावा कोर्ट में पेश किया है. रिकार्ड में वह स्टांप अन्य लोगों के नाम दर्ज पाए गए हैं. प्रारंभिक जांच में इसकी पुष्टि की गई है.