ग्वालियर। शहर में गणपति बप्पा की विदाई के मौके पर जिला प्रशासन और सामाजिक संस्थाओं की मदद से चलित जलाशय में गणेशजी की मूर्तियों का विसर्जन किया गया. गणेशजी के विसर्जन के लिए 20 से 25 चार पहिया वाहन में पानी की टंकी रखकर गंगाजल युक्त जलाशय तैयार किया गया है. चलित जलाशय शहर के विभिन्न इलाकों और कटोरा ताल पर खड़े किए गए हैं, ताकि लोग इनमें प्रथम आराध्य गणेश को विसर्जित करें.
जल प्रदूषण रोकने के लिए चलित जलाशय में गणपति बप्पा का किया गया विसर्जन - Ganesh Visarjan
जिला प्रशासन और सामाजिक संस्थाओं ने जल प्रदूषण रोकने के लिए नया तरीका इजाद किया है. जिसके तहत गणेश विसर्जन के लिए शहर में चलित जलाशय का इंतजाम किया है.
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चलित जलाशय में बप्पा का विसर्जन
चलित जलाशय में बप्पा का विसर्जन
चलित जलाशय को शुरु करने के पीछे प्रशासन और सामाजिक संस्थाओं का उद्देश्य है कि मूर्तियों के विसर्जन से होने वाले जल प्रदूषण को रोका जा सके. जिससे जल में रहने वाले जीव-जन्तुओं को बचाया जा सके. अक्सर विसर्जन के दौरान कई हादसे हो जाते हैं, उन्हें भी रोकने के लिए इस तरह का इंतजाम किया गया है. चलित जलाशय वाहनों में भक्तों के पूजा-पाठ के लिए एक पंडित का भी इंतजाम किया गया है.