ग्वालियर। मुरैना जिले में जहरीली शराब पीने से 24 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 4 लोगों की आंखों की रोशनी जा चुकी है, जिनका इलाज ग्वालियर में जारी है. जिले में मुरैना के 9 लोगों का इलाज ICU में जारी है. इनमे से चार मरीजों को 11 जनवरी के बाद से ही कम दिखना शुरू हो गया था. अब दिनोंदिन उनको कम से भी कम दिखने लगने लगा है.
नकली शराब में किए गए रसायन करते हैं आंखों को इफेक्ट
इस मामले में ग्वालियर पूर्व CMHO और वरिष्ठ नेत्र चिकित्सक डॉ. एसएस जादौन ने बताया कि सामान्य रूप में शराब इथाइल अल्कोहल से बनाई जाती है. लेकिन मुरैना शराब कांड में अब तक जितनी जांच की गई है, उसमें कई बातें सामने आई हैं. उस शराब में मिथाइल अल्कोहल का इस्तेमाल किया गया है. इसके अलावा बीओटी नामक रसायन भी शराब को बनाने में इस्तेमाल किया गया है. मिथाइल अल्कोहल आंख के रेटिना पर असर डालता है और उनके मिश्रण से फॉर्मेल्डिहाइड नामक रसायन बनता है. जो शरीर के मल्टी ऑर्गन फेलुवर के लिए बेहद सहायक माना जाता है. संभवत फॉर्मेल्डिहाइड के कारण ही इन लोगों की आंखें गई हैं.
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पूर्व CMHO डॉ. एसएस जादौन ने बताया कि इस मामले में जांच चल रही है. शराब बेचने वाले और पीने वाले भी इस कांड में जान गंवाने में अछूते नहीं रहे हैं. बता दें, इस मामले में पुलिस पांच आरोपियों की तलाश कर रही है, जिन पर इनाम भी घोषित है.