ग्वालियर। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने शहर की तीन तेल फैक्ट्रियों पर छापामार कार्रवाई की है. टीम ने जिंदल आयल इंडस्ट्रीज पर छापा मारा है. इस फैक्ट्री में आधा और एक लीटर की बोतल के कार्टूनों की जांच की गई. इन कार्टूनों में रखी बोतलों पर निर्माण तारीख को मिटा दिया गया था. बैच नंबर काले रंग से पोत दिया गया था. इस गड़बड़ी के चलते परिसर को सील कर दिया गया है. इस फैक्ट्री सहित अन्य दो फैक्ट्रियों से जांच के लिए नमूने लिए गए हैं.
खाद्य विभाग ने तीन ऑयल फैक्ट्रियों में मारा छापा, बोतलों से मिटाई गई थी तारीख और बैच नंबर - ग्वालियर फैक्ट्री से सैंपल
ग्वालियर में खाद्य विभाग की टीम ने तीन ऑयल फैक्ट्री पर छापामार कार्रवाई की है. कार्रवाई के दौरान ऑयल की बोतलों पर बैच नंबर और तारीख मिटाई गई थी. विभाग ने जांच के लिए तीनों फैक्ट्री से ऑयल के नमूने लिए हैं.
दअरसल शहर में मिलावट के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. खाद्य सामग्री बनाने वाली फैक्ट्रियों पर कार्रवाई की जा रही है. शहर की तेल फैक्ट्रियों पर कार्रवाई के लिए खाद्य विभाग ने अलग-अलग टीमें बनाई. ये टीम तेल फैक्ट्रियों पर छापा मारने पहुंची. मुरैना रोड स्थित परमसुख एडाइबल फूड्स पर छापा मारा. यहां पर स्मार्ट वाइफ नाम से सरसों के तेल की पैकिंग की जा रही थी. इस फैक्ट्री से सरसों के तेल के नमूने लिए. पास में ही ओम शुभलाभ फैक्ट्री से बेसन,सूजी व आटे की पैकिंग की जा रही थी. इसके भी नमूने लिए गए. इन नमूनों को जांच के लिए भोपाल की लैब में भेजा जाएगा.
वहीं पुरानी छावनी स्थित जिंदल ऑयल इंडस्ट्रीज पर छापे के मैनेजर सुरेंद्र भदौरिया और स्टॉफ मिला. अधिकारियों ने उनसे पूछताछ की तो फैक्ट्री के मालिक का नाम राजकुमार जिंदल बताया. इस फैक्ट्री का हर महीने 250 टन तेल उत्पादन बताया. जिन बोतलों पर उत्पादन तारीख व बैंच नंबर मिटे हुए थे. जहां टीम ने 125 कार्टूनों की जांच सभी बोतलों पर निर्माण तिथि मिटाई गई थी. जिसके बाद सेंपल लेकर फैक्ट्री को सील कर दिया है. वहीं टीम के अधिकारियों का कहना है अगर मिलावट पाई जाती है, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.