अंतरराष्ट्रीय पैरास्विमर सत्येंद्र सिंह करेंगे कश्मीर से कन्याकुमारी तक की यात्रा, जानिए क्या है वजह - पैरा स्वीमिर सत्येंद्र सिंह लोहिया
देश के अंतरराष्ट्रीय पैरा स्विमर सतेंद्र सिंह लोहिया दिव्यांगों को खेल के प्रति जागरूक करने के लिए एक बड़ी यात्रा करने जा रहे हैं. सत्येंद्र कन्याकुमारी से कश्मीर तक 3450 किलोमीटर की बाइक यात्रा करेंगे. उनका मकसद इस यात्रा के जरिए दिव्यांगजन को खेलों से जोड़ा जाएगा.
अंतरराष्ट्रीय पैरा स्विमर सतेंद्र सिंह लोहिया
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Published : Mar 21, 2023, 4:56 PM IST
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Updated : Mar 21, 2023, 5:15 PM IST
ग्वालियर।बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती पर 14 अप्रैल से अंतर्राष्ट्रीय पैरास्विमर सत्येंद्र सिंह लोहिया दिव्यांगों के लिए सबसे बड़ी बाइक यात्रा निकालने जा रहे हैं. इस यात्रा का मकसद लोगों को जागरुक करना और साथ ही खुद से जोड़ना है ताकि उनमें भी आत्मविश्वास आ सके. सतेंद्र सिंह लोहिया ने बताया कि, यह देश की पहली सबसे बड़ी ऐतिहासिक दिव्यांग खिलाड़ी के द्वारा यात्रा की शुरुआत है. विक्रम अवार्ड से सम्मानित सतेंद्र अंतर्राष्ट्रीय पैरास्विमर हैं जिन्होने दुनिया के मशहूर इंग्लिश चैनल और कैटलीना चैनल पार कर रिकॉर्ड बनाया है.
दिव्यांगों को खेल से जोड़ने का प्रयास:अंतर्राष्ट्रीय पैरास्विमर सत्येंद्र सिंह लोहिया ने बताया कि, इस यात्रा की शुरुआत 14 अप्रैल से की जाएगी. इसका मुख्य उद्देश्य दिव्यांगों को खेलों से जोड़ना है. खेल की जानकारी उनको उपलब्ध कराना है. साथ ही दिव्यांगों को उनकी क्षमता और सम्मान के प्रति जागरूक करना है. उन्होंने बताया कि खिलाड़ियों को प्रेरित करना इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य है. यात्रा कुल 27 दिन की रहेगी. इसकी शुरुआत कन्याकुमारी से होगी. इसका समापन जम्मू कश्मीर में होगा.
सतेंद्र सिंह लोहिया की यात्रा का रूट
अब तक जीते इतने पदक: सत्येंद्र सिंह लोहिया इंटरनेशनल पैरास्विमर खिलाड़ी हैं. लोहिया ने 24 जून 2018 को 12 घंटे 24 मिनट में इंग्लिश चैनल पार किया था. इसके बाद उनका नाम एशिया के लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हुआ. अमेरिका में 18 अगस्त 2019 को 11 घंटे 34 मिनट में कैटलीना चैनल पार किया और पहले एशियाई दिव्यांग पैरास्विमर बन गए. सत्येंद्र सिंह ने 7 नेशनल पैरा तैराकी चैंपियनशिप में भाग लेकर देश के लिए अब तक 14 पदक हासिल किए हैं.
बनाया था विश्व रिकॉर्ड:सतेंद्र सिंह लोहिया को मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से सर्वोच्च खेल सम्मान विक्रम अवार्ड से नवाजा गया है. इसके बाद उपराष्ट्रपति द्वारा सर्वश्रेष्ठ पहले दिव्यांग खिलाड़ी का राष्ट्रीय अवार्ड भी दिया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी उन्हे सम्मान हासिल हो चुका है. सत्येंद्र यहीं नहीं रुके, हाल ही में आयरलैंड में नॉर्थ चैनल को लेकर उन्होंने इतिहास रचा. यह कारनामा एशिया में पहली बार उन्होंने कर दिखाया. सत्येंद्र ने 36 किलोमीटर के नॉर्थ चैनल को महज 14 घंटे में पारकर विश्व रिकॉर्ड बनाया.