ग्वालियर।प्रेम संबंधों में बाधक बनी महिला को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने ही जिंदा जला दिया था. कई दिनों तक अस्पताल में जिंदगी और मौत से लड़ने के बाद आखिरकार महिला की मौत हो गई. कार्यपालक मजिस्ट्रेट के सामने मृत्यु पूर्व बयान से अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और बैंक की कलेक्शन एजेंट को आजीवन कारावास की सजा से दंडित किया गया है. इसके अलावा आरोपी पर 2000 रुपये का अर्थदंड भी लगा है. यह घटना 28 दिसंबर 2016 की है.
जयारोग्य चिकित्सालय में तोड़ा था दम
करीब 20 दिन तक जिंदगी और मौत से संघर्ष करने के बाद आग से झुलसी महिला ने जयारोग्य चिकित्सालय समूह के बर्न यूनिट में दम तोड़ दिया था. इस मामले में खास बात यह है कि मृतका के पति ने हत्यारोपी महिला के पक्ष में बयान देते हुए कहा था कि उसकी पत्नी खाना बनाते समय स्टोव से जल गई थी. इसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और बैंक की कलेक्शन एजेंट निर्मला का कोई हाथ नहीं है.
मिट्टी का तेल डालकर लगायी थी आग
हालांकि तहसीलदार के सामने दर्ज हुए बयानों में महिला ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि उसे निर्मला वर्मा ने मिट्टी का तेल डालकर आग की लपटों के हवाले किया है. दरअसल, उपनगर ग्वालियर थाना क्षेत्र के लधेड़ी में रहने वाली कैलाशी बाई बाथम और निर्मला वर्मा के बीच अच्छी खासी जान पहचान थी.