ग्वालियर। शहर की सीमा से सटे करीब छह से ज्यादा गावों में गंदे नाले का पानी नहर के जरिए बह रहा है, जिससे सब्जियों की फसल खराब हो रही है क्योंकि, किसान इसी पानी से सब्जियों की सिंचाई करता है. इतना ही नहीं जब नहर ओवरफ्लो हो जाती है तो गंदा पानी खेतों में भर जाता है जिससे सब्जियों की मौसमी फसल को नुकसान पहुंचता है. हाल ही में तोरई और धनिया की फसल नहर के ओवरफ्लो की वजह से खराब हो गई.
नहर के ओवरफ्लो होने से फसल बर्बाद, जल संसाधन विभाग नहीं दे रहा ध्यान
ग्वालियर में नहर से आने वाले गंदे पानी से किसानों को फसल सींचनी पड़ रही है और नहर ओपरफ्लो हो जाने पर पानी खेत में भर जाता है, जिससे फसल खराब हो जाती है. लॉकडाउन के चलते सब्जी मंडी तक नहीं पहुंच पा रही है जिससे किसानों को परेशानी के साथ ही भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है.
सब्जी उत्पादक किसानों का कहना है कि जल संसाधन विभाग ने नहरों के जरिए गंदे नाले का पानी का टैक्स वसूला है. किसानों ने कई बार नहर में फिल्टर लगाने के आवेदन दिए लेकिन, जल संसाधन विभाग ने मामले पर कोई ध्यान नहीं दिया है. कोरोना से बचाव के लिए लगे लॉकडाउन के चलते किसानों को उनकी फसल का लागत का मूल्य भी नहीं मिल पा रहा है. कुल मिलाकर किसानों के लिए सब्जी की पैदावार भी घाटे का सौदा साबित हो रही है. किसान सब्जी बेचने के लिए मंडी नहीं जा पा रहे हैं नतीजतन किसान अपनी सब्जियों को पास के गांवों में लगने वाले बाजार में जाकर बेचने को मजबूर हैं. कुल मिलाकर ग्वालियर का किसान दोहरी मार झेल रहा है और प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.