ग्वालियर। मध्यप्रदेश में गरीबों के हित में चलाई जा रही मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में अधिकारी किस तरह पलीता लगा रहे हैं. इसकी बानगी ग्वालियर के डबरा के कम्युनिटी हॉल में आयोजित विवाह समारोह में देखने को मिली. यहां जनपद पंचायत की तरफ से 10 जोड़ों का विवाह मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत करवाया गया. जिसमें दो जोड़े की पहले ही शादी हो चुकी है. जब इस मामले में एसडीएम से सवाल पूछा गया तो उन्होंने मामले की जांच करवाने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया.
अधिकारियों की मिलीभगत से मुख्यमंत्री कन्यादान योजना हो रहा भ्रष्टाचार, एडीएम ने दिए जांच के आदेश - SDM Dabra
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में शासन किस ओर से मिलने वाली 51 हजार रुपये की राशि हड़पने के लिए अधिकारी किस तरह से मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में अपात्र जोड़ों का दोबारा विवाह करा करे सरकार को चूना लगा रहे हैं.
अधिकारियों की मिलीभगत से मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत शासन से मिलने वाली 51 हजार रुपये की राशि हड़पने के लिए अपात्र जोड़े को पंचयात सचिव और जनपद अधिकारियों, कर्मचारियों की मिलीभगत से शादी करवाई जा रही है.
बता दें कि, चक उभराशी गांव के रहने वाले गजराज जाटव और उनकी पत्नी सपना जाटव का विवाह अप्रैल महीने में हो चुका है, लेकिन मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत मिलने वाली राशि पाने के लिए उन्होंने अधिकारियों की मिलीभगत से दोबारा शादी की. दतिया जिले में भी ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिनमे अपात्रों की शादी करवाकर अधिकार सरकारी धन की बंदरबांट की.