ग्वालियर। जिले में लॉकडाउन और शराब ठेकेदारों की मांग को लेकर करीब ढाई महीने से बंद शराब दुकान मंगलवार की शाम को खोल दी गई हैं. जब तक नए टेंडर नहीं हो जाते तब तक आबकारी विभाग का स्टाफ शराब बेचेगा. ग्वालियर जिले में कुल 113 दुकानें हैं. लेकिन आबकारी विभाग सिर्फ 44 दुकानों को खोलकर शराब बेचेगा. वहीं दुकान खोलने के बाद सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नही किया जा रहा है.
दरसअल, शराब फीस को लेकर चल रहे विवाद के कारण ग्वालियर सहित अन्य जिलों के शराब ठेकेदारों ने लाइसेंस सरेंडर कर दिए थे. आबकारी आयुक्त ने आदेश जारी कर कहा है कि जिन ठेकेदारों ने तय समय अवधि में शपथ पत्र प्रस्तुत नहीं किए हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए.
ढाई महीने से बंद शराब की दुकानों को आबकारी विभाग ने खोला वहीं जिन ठेकेदारों ने लाइसेंस सरेंडर कर दिए हैं उनकी दुकानों से शराब बिक्री शुरू की जाए. जिसके बाद से मंगलवार के दिन शराब की दुकानों को खोल दिया गया और शराब की बिक्री शुरू कर दी गई है.
वही राजस्व बढ़ाने के लिए शहर की 30 और ग्रामीण की 14 दुकानें खोल दी गई हैं. शहर की उन दुकानों को खोला गया है, जहां ज्यादा बिक्री होती है. आबकारी स्टाफ सीमित है. इसलिए पूरी 113 दुकान खोलना संभव नहीं है.
इन दुकानों से करीब 170 करोड़ रूपए का राजस्व मिलने की संभावना है. लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ना तो आबकारी अधिकारी कर रहे हैं और ना जनता जिसकी वजह से संक्रमण का खतरा और बढ़ गया है.