ग्वालियर।विधानसभा उपचुनाव में इस बार कोविड-19 का असर साफ तौर पर देखने में आ रहा है. दोपहर के 3:30 बजे तक सिर्फ 35 से 40 फीसदी ही मतदान हुआ था. इसके पीछे मतदाता एक तो कोरोना संक्रमण का असर मानते हैं तो वहीं मतदान के प्रति लोगों का रुझान भी कम हुआ है. लोग मतदान केंद्रों पर नहीं पहुंचे तो वहीं दूसरी ओर चुनाव की नकारात्मक छवि का असर भी कम वोटिंग के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है.
उपचुनाव पर कोरोना का असर, मतदान के प्रति लोगों का रुझान रहा कम
कोरोना संक्रमण का असर साफ तौर पर देखने में आ रहा है. दोपहर के 3:30 बजे तक सिर्फ 35 से 40 फीसदी ही मतदान हुआ था. इसके पीछे मतदाता एक तो कोविड-19 का असर मानते हैं तो वहीं मतदान के प्रति लोगों का रुझान भी कम हुआ है.
ग्वालियर के माधव सिंधिया शासकीय विज्ञान कॉलेज में सबसे ज्यादा एक ही परिसर में छह मतदान केंद्र बनाए गए, यहां लोग आराम से अपने वोट डालने आते रहे, लेकिन भीड़ जैसी स्थिति नहीं रही. मतदाताओं का मानना है कि जो भी प्रत्याशी जीतकर विधायक बने वह विकास के साथ ही महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान दे, जिससे महिलाएं टाइम, बेटाइम घरों से निकल सकें. इसके अलावा जो पुरुष मतदाता थे, उनका मानना था कि लोकतंत्र में मताधिकार का प्रयोग सभी को करना चाहिए ताकि सही व्यक्ति को चुना जा सके.
इसलिए वह अपने मताधिकार का उपयोग कर रहे हैं, लेकिन मौजूदा हालातों से वह भी दुखी दिखे. साइंस कॉलेज में 45 फीसदी से कुछ ज्यादा मतदान हुआ है. पूर्व विधानसभा का यह इलाका शिक्षित वर्ग का है, इसलिए यहां मतदान का प्रतिशत ज्यादा था. लेकिन दूसरे मतदान केंद्रों पर पोलिंग कम रहा है.