ग्वालियर। शहर के नाका चंद्रबदनी स्थित निजी बस स्टैंड के यात्री प्रतीक्षालय में एक ड्राइवर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मंगलवार सुबह चौकीदार ने जब टीन शेड में लाश लटकी देखी, तो उसने पुलिस को सूचना दी. पुलिस के मुताबिक मृतक मुन्ने खान छीमक का रहने वाला था. बसों में ड्राइवरी और हेल्परी का काम करता था. कुछ समय से बसें बंद होने के चलते वो आर्थिक तंगी से जूझ रहा था.
बस स्टैंड में ड्राइवर ने फांसी लगाकर की खुदकुशी, आर्थिक तंगी बनी मौत की वजह - बेरोजगारी से परेशान था ड्राइवर
लॉकडाउन के बाद से ही बसों का संचालन बंद है, जिसके चलते तमाम लोग बेरोजगार हो गए हैं. बस स्टैंड के यात्री प्रतीक्षालय में एक ड्राइवर ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. बताया जा रहा है कि, बस चालक ने आर्थिक तंगी की वजह से मौत को गले लगा लिया.
बस स्टैंड का चौकीदार सफाई करने के लिए जब टीन शेड में पहुंचा, तो वहां एक युवक को लटकता हुआ देखा. चौकीदार ने तत्काल झांसी रोड थाने में इसकी जानकारी दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को नीचे उतरवाया. शव की शिनाख्त मुन्ने खान छीमक गांव निवासी के तौर पर हुई. कोरोना काल के चलते बसें बंद हैं, जिसके चलते मुन्ने काफी समय से बेरोजगार था. लॉकडाउन के बाद से निजी बसों का संचालन बंद होने से कई चालक और परिचालक इन दिनों बेरोजगार हैं. अनलॉक के बाद भी बसें नहीं चलने से इनपर आर्थिक संकट बढ़ गया है.