ग्वालियर।अंचल के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल समूह के मेडिसिन विभाग में जूनियर डॉक्टर आकाश गढ़वाल के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद अब अस्पताल परिसर में हड़कंप की स्थिति है.
मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने गहन चिकित्सा इकाई डायलिसिस यूनिट और पाइजन वार्ड को पूरी तरह से बंद कर दिया है, क्योंकि डॉ आकाश गढ़वाल डायलिसिस यूनिट में ही तैनात थे.
डॉ आकाश डायलिसिस यूनिट में अपने ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमित हो गए थे. अब अगले दो दिनों तक आईसीयू डायलिसिस यूनिट और पाइजन वार्ड में मरीजों को भर्ती नहीं किया जाएगा. कुछ मरीजों को छुट्टी दे दी गई है, जबकि कुछ मरीजों को केआरएच में शिफ्ट किया गया है.
लेकिन प्रभारी सीएमएचओ डॉक्टर बिंदु सिंघल का कहना है कि आईसीयू को सोमवार तक सेनिटाइज करने के बाद शुरू कर दिया जाएगा. पांच सीनियर डॉक्टरों ने भी अपने कोरोना वायरस सैंपल दिए हैं और वे होम क्वॉरेंटाइन में चले गए हैं.
जयारोग्य अस्पताल प्रबंधन डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए नया रोस्टर तैयार किया है. इसमें क्लीनिकल और नॉनक्लिनिकल विभागों के डॉक्टर और जूनियर डॉक्टरों की सेवाएं ली जाएंगी.
डॉक्टर बिंदु सिंघल ने कहा कि आईसीयू को शुरू करने के साथ ही वहां मरीजों की शिफ्टिंग की जाएगी. डायलेसिस इंचार्ज डॉ आकाश गढ़वाल का सीनियर ब्वॉयज हॉस्टल में रूम सील किया गया है और वहां रहने वाले 44 छात्रों को भी क्वॉरेंटाइन में रखा गया है. हॉस्टल को और विभिन्न यूनिटों को सेनिटाइज किया जा रहा है और मेडिकल स्टूडेंट से अपने कमरों में रहने की अपील की गई है.