ग्वालियर। MPPSC में भील जनजाति को लेकर पूछे गए सवाल का मामला गरमाता जा रहा है, इस पर भिंड दतिया लोकसभा क्षेत्र के कांग्रेसी प्रत्याशी रहे देवाशीष जरारिया ने कहा है कि ये सब बीजेपी की मानसिकता वाले लोगों की करतूत है. ये पूरा काम सरकार को बदनाम करने के लिए किया गया है.
देवाशीष जरारिया ने सीएम को लिखा पत्र देवाशीष जरारिया ने इस मामले पर मुख्यमंभी को पत्र लिख कर इसकी गहनता से जांच की मांग की है, साथ ही उन्होंने पीएससी के सचिव और अध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई करने की भी मांग उठाई है. पत्र में उन्होंने लिखा कि ये सब सरकार को बदनाम करने की एक कोशिश भी हो सकती है. इसलिए इस मामले की गहनता से जांच हो और पीएससी के अध्यक्ष और सचिव की जवाबदेही तय की जाना चाहिए.
देवाशीष जरारिया ने सीएम को लिखा पत्र क्या है मामला
PSC के विवादित प्रश्न पर बवाल जारी 12 जनवरी को लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा हुई थी. जिसमें एक गद्यांश में भील आदिवासियों को लेकर आपत्तिजनक प्रश्न पूछा गया था, जिसमें उन्हें आपराधिक का बताया गया था.
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सीएम दे चुके हैं जांच के आदेश
पूरा मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ जांच के आदेश जारी कर चुके हैं. इसकी जानकारी उन्होंने ट्वीट कर दी. उन्होंने लिखा की 'मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा 12 जनवरी 2020 को आयोजित मध्यप्रदेश राज्य सेवा परीक्षा 2019 के प्रारंभिक परीक्षा में भील जनजाति के संबंध में पूछे गए प्रश्नों को लेकर मुझे काफ़ी शिकायतें प्राप्त हुई है' इसकी जांच के आदेश दे दिये गये है.