ग्वालियर।शासकीय कृषि महाविद्यालय के छात्रों ने वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के पद पर चयन के लिए आयोजित हुई परीक्षा में बड़े घोटाले का आरोप लगाया है. प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने इस घोटाले को 'व्यापम 2' करार दिया है. छात्रों ने गुरुवार को कृषि महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया. इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और कृषि मंत्री कमल पटेल के पोस्टर पेड़ों पर टांग दिए.
एक और दाग! PEB ने फिसड्डी अभ्यर्थियों को बना दिया टॉपर
उन्होंने कहा कि सरकार उनकी सुनने को तैयार नहीं है, इसलिए उन्होंने अपने जनप्रतिनिधियों को पेड़ पर टांग दिया है. छात्रों ने कहा कि सरकार नंगी हो गई है, इसलिए वे भी अर्धनग्न होकर प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों का कहना है कि वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के पद के लिए 11 और 12 फरवरी को लिखित परीक्षा हुई थी, लेकिन इसमें फिसड्डी रहे और कई सालों में बीएससी एग्रीकल्चर करने वाले छात्र 98 और 99 फ़ीसदी अंक लाने में सफल हुए हैं.
इसलिए इसमें बड़े घोटाले की बू आ रही है. छात्रों का कहना है कि इस मामले में उच्च स्तरीय जांच की जानी चाहिए और टॉपर छात्रों का मूल्यांकन किया जाना बेहद जरूरी है. गौरतलब है कि पिछले तीन दिनों से छात्र, कॉलेज के गेट के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं. गुरुवार को उन्होंने प्रदर्शन किया और नारेबाजी की.
फिसड्डी छात्रों के टॉपर आने पर अन्य छात्रों का प्रदर्शन क्या था मामला
व्यापम घोटाले में 2012 में आयोजित प्री एग्रीकल्चर टेस्ट में भी ऐसे 21 छात्र पाए गए थे. जिन्होंने हुबहू एक जैसे प्रश्नों के सही और गलत जवाब दिए थे. इतना ही नहीं यही छात्र रैंकिंग में भी आए थे. उस दौरान भी एक शिकायत के मामले में कृषि महाविद्यालय ग्वालियर के अधिष्ठाता ने व्यापम के संचालक को पत्र लिखकर संदेहास्पद छात्रों के मूल दस्तावेज ओएमआर शीट के अलावा दस्तावेजों की जानकारी मांगी थी, जो आज तक उपलब्ध नहीं हुई.
- इन सवालों को लेकर छात्र हाईकोर्ट जाएंंगे.
- परीक्षा में सफल हुए सभी टॉपर भिंड और मुरैना के ही कैसे हैं.
- एग्रीकल्चर के जो तीन उत्तर व्यापम द्वारा गलत दिए गए वह इन्हें पहले से ही पता कैसे चला मेरिट के सभी अभ्यर्थी एक ही जाति विशेष के हैं.
- जो कंपनी कई राज्यों में ब्लैक लिस्टेड है उसे एग्जाम कराने का ठेका कैसे मिल गया.सभी मेरिट होल्डर अभ्यर्थियों ने एक जैसे प्रश्नों को गलत किया है वह आखिर कैसे संभव है.
प्राइवेट जॉब करते हैं सभी टॉपर
शिवकुमार शर्मा मुरैना, संजय शर्मा मुरैना, जितेंद्र शर्मा मुरैना, मोहन शर्मा भिंड, रविंद्र शर्मा भिंड, मनीष शर्मा भिंड, निवेश शर्मा भिंड के अलावा बलराम त्यागी मुरैना, दीपक शर्मा मुरैना, दीपक रावत शिवपुरी टॉपर रहे हैं, जो सभी प्राइवेट कंपनी में जॉब कर रहे हैं.