ग्वालियर। ग्वालियर पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने DRDE (अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान) के अधिकारियों के साथ एक बैठक की. अधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान ने जहरीले एजेंटों का पता लगाने, सुरक्षा और प्रदूषण से बचाव के लिए एक तकनीक विकसित की है.
डीआरडीई की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि देश में रक्षा औजारों के उत्पादन के लिए औद्योगिक आधार स्थापित किया गया है. जिसका नियंत्रण रक्षा अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान द्वारा किया जा रहा है. बैठक में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के प्रमुख, डॉ. जी सतेश रेड्डी भी बैठक में उपस्थित रहे.
डीआरडीई की उपलब्धियों पर राजनाथ सिंह का बयान डीआरडीई का जायजा लेने के बाद राजनाध सिंह ने वैज्ञानिकों की उपलब्धियों की तारीफ करते हुए कहा कि जो अचीवमेंट आपने हासिल किए हैं, उसके लिए लिए दिल की गहराईयों से बधाई. यहां बहुत सारी चीजें देखी हैं. अगर उसे बोलूंगा तो तूफान खड़ा हो जाएगा. राजनाथ सिंह ने कहा कि 'मैं समझता हूं जो भी अक्लमंद देश में होंगे, उनके लिए मेरा इतना ही कहना पर्याप्त होगा'.
नरेंद्र सिंह तोमर के घर पहुंचे राजनाथ सिंह राजनाथ सिंह ने कहा कि 'कुछ दिन पहले ही मैंने बायोकेमिकल टेररिज्म की जताई चिंता जताई थी, लेकिन आज डीआरडीई में आकर जो चीजें यहां मैंने देखी उससे चिंता मुक्त हो गया हूं. हमें पूरी उम्मीद है कि किसी भी तरह के बायोकेमिकल टेररिज्म का सामना करने के लिए हम पूरी तरीके से तैयार हैं.'
DRDE के अधिकारियों के साथ मीटिंग के बाद वे केंद्रीय नरेंद्र सिंह तोमर के घर पहुंचे, जहां उन्होंने तोमर के मां के निधन पर शोक संवेदनाएं व्यक्त की. करीब 10 मिनट रुकने के बाद वे विशेष विमान से दिल्ली के लिए रवाना हो गये.