ग्वालियर।मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले में साइबर क्राइम (cyber crime) का ग्राफ साल 2020 में चार गुना ओर तेजी से बढ़ा है. मतलब 2020 में ठगी करने वाले ठगों ने अलग-अलग तरीके से लोगों को साइबर फ्रॉड का शिकार बनाया है. इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि इस साल मार्च महीने से कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन लग गया था. इस कारण लोग घरों में रहने के लिए मजबूर थे और अपना ज्यादातर वक्त सोशल मीडिया पर बीता रहे थे. बस साइबर ठगों ने वक्त की नजाकत को देखते हुए सोशल मीडिया के जरिए लोगों को अपने जाल में फंसाना शुरू कर दिया.
ग्वालियर में बढ़ा साइबर क्राइम का ग्राफ लॉकडाउन में सबसे ज्यादा हुआ सोशल मीडिया का इस्तेमाल
ग्वालियर जिला अपराधों के लिए जाना जाता है, क्योंकि यहां सबसे ज्यादा लूट, हत्या, डकैती और हत्याओं के मामले रोज देखने को मिलते हैं लेकिन 2020 में ग्वालियर जिले में साइबर अपराधों के आंकड़ों ने भी रिकॉर्ड ही तोड़ दिया है. लॉकडाउन में साइबर ठग सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा सक्रिय रहे और लोगों को निशाना बनाते रहे. इस दौरान लोगों ने पैसे का लेनदेन ज्यादातर ऑनलाइन किया. यही कारण है कि कोरोना काल में लेन-देन का ऑनलाइन चलन बढ़ने से साइबर क्राइम में भी तेजी से इजाफा हुआ है. सोशल मीडिया के माध्यम से जैसे फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम के जरिए लोगों को साइबर फ्रॉड के जाल में फंसा कर ठगी का शिकार बनाते रहे.
साल 2019 में जिले में हुए साइबर फ्रॉड के आंकड़ों पर एक नजर-
ग्वालियर में साल 2020 में साइबर क्राइम का आंकड़े वहीं जिले की क्राइम ब्रांच थाने में इस साल 265 मामले साइबर अपराध की आए हैं. साल 2020 में जिले भर में 800 से ज्यादा साइबर अपराधों का आंकड़ा दर्ज हो चुका है. कहा जा सकता है किस 2020 में इन फाइबर अपराधों को अंजाम देने वाले भवानी कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन का जमकर फायदा उठाया है.