ग्वालियर। अनलॉक-01 होने के साथ ही अब लोगों के बाहर निकलने का सिलसिला शुरू हो चुका है. मध्यप्रदेश सरकार ने जैसे ही ढील देना शुरू किया है, वैसे ही अपराधी भी घर के बाहर निकलने लगे हैं. ग्वालियर- चंबल अंचल वैसे भी अपराधों के लिए बदनाम है, लॉकडाउन के बाद मिली छूट के साथ ही अंचल में क्राइम ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. शहर में छोटी-छोटी बातों पर मारपीट, धमकी, लूट सहित अन्य आपराधिक गतिविधियों में तेजी आई है. पिछले 5 दिन के आकड़ों को देखें तो शहर के अलग-अलग थानों में करीब 100 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं.
अपराधों के लिए बदनाम है ग्वालियर, अनलॉक शुरू होते ही बढ़ा क्राइम ग्राफ - 100 एफआईआर
लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद ग्वालियर अंचल में अब अपराधी सक्रिय हो गए हैं, पिछले 5 दिनों में शहर के अलग-अलग थानों में 100 एफआईआर दर्ज की गईं हैं.
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ग्वालियर अंचल में बढ़ते अपराधों को रोकना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है, जिले में अपराधियों पर कैसे लगाम लगाई जाए, इसके लिए लगातार पुलिस अधिकारी बैठक कर रहे हैं. लॉकडाउन में अपराध का आंकड़ा काफी नीचे चला गया था, लॉकडाउन 1 और 2 में अपराध का आंकड़ा 20 से नीचे था, लेकिन जैसे ही अनलॉक हुआ, वैसे ही शहर में अपराधी सक्रिय हो गए और अब ये आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है. हर दिन जिले के अलग-अलग थानों में आपराधिक मामले दर्ज हो रहे हैं. छेड़खानी, बलात्कार, जान से मारने की धमकी, हत्या, अवैध हथियार, नशे का सामान सहित अन्य कई अपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं, हालांकि अपराधों को रोकने के लिए पुलिस भी लगातार सक्रिय नजर आ रही है. 100 एफआईआर की बात करें तो, इसमें 75 फीसदी मामले मारपीट, धमकी और गाली गलौज के हैं, बाकी 25 फीसदी बड़े आपराधिक मामले हैं.
एडिशनल एसपी सत्येंद्र सिंह का कहना है कि, 'ये बात सही है कि लॉकडाउन में जैसे ही छूट मिली, शहर में अपराधिक प्रवृत्ति के बदमाश सक्रिय हो गए हैं, लेकिन पुलिस इसके लिए लगातार सक्रिय है. अपराधों पर लगाम लगाने के लिए जेल से रिहा होने वाले बदमाशों की सूची बनाकर उन पर नजर रखी जा रही है. साथ ही शहर के बदमाशों पर नजर रखी जा रही है, जो आए दिन अपराधिक घटनाओं को अंजाम देते हैं'.