ग्वालियर। ग्वालियर जिला वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) को लेकर लगातार पिछड़ रहा है यही वजह है कि जिला प्रशासन (Gwalior district administration) से लेकर स्वास्थ्य विभाग तमाम ऐसे उपाय कर रहा है जिससे शहर में शत-प्रतिशत टीकाकरण लगाए जा सके. इसको लेकर अब जिला प्रशासन सख्त हो गया है, जिला प्रशासन ने तय किया है कि ऐसे लोग जो बार-बार समझाइश के बाद भी वैक्सीन का पहला या दूसरा डोज नहीं लगा रहे हैं, उन्हें पेट्रोल पंप पर पेट्रोल नहीं दिया जाएगा. सीधे शब्दों में कहें तो वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट (vaccine certificate) दिखाओ और पेट्रोल भरवाओ. कलेक्टर के निर्देश के बाद मुख्य चिकित्सा एवं जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनीष शर्मा ने अपनी टीम के लोगों को पेट्रोल पंप पर तैनात करने की शुरुआत कर दी है,जहां 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोग जिन्हें की वैक्सीन की पहली या दूसरी डोज लगायी है उनका सर्टिफिकेट चेक किया जाएगा और तभी पेट्रोल-डीजल दिया जाएगा,और जिसको नहीं लगा है उनको नजदीकी अस्पताल में टीकाकरण (Corona Vaccination) के लिए भेजा जाएगा.
खुद मध्य प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने अन्य जिलों के कलेक्टरों के साथ-साथ ग्वालियर के कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह को भी जल्द-से-जल्द पहले डोज की तरह दूसरा डोज लगवाने के लिए निर्देश जारी किए हैं. लोग पहला डोज लगाने के बाद सेकेंड डोज लगवाने में लापरवाही बरत रहे हैं, हालात यह हो चुके हैं कि पूरे प्रदेश में ग्वालियर जिला लगातार दूसरे डोज को लेकर पिछड़ता जा रहा है. यही वजह है कि अब जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग तमाम ऐसी कवायद में जुट गया है ताकि जल्द से जल्द सेकेंड डोज का आंकड़ा भी पूरा किया जा सके. और यही वजह है कि जिला प्रशासन (Gwalior district administration) और स्वास्थ्य विभाग ने यह तय किया है कि शहर के पेट्रोल पंप पर उन लोगों को ही पेट्रोल दिया जाएगा जो अपना वैक्सीन सर्टिफिकेट दिखाएंगे.