ग्वालियर। कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग संदिग्ध मरीजों के सैंपल लेने में कंजूसी बरत रहा है. यदि सभी क्वॉरेंटाइन किए गए संदिग्धों के नमूने लिए जाते तो पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ सकती है. कोरोना वायरस को लेकर ग्वालियर चंबल संभाग में स्थिति फिलहाल संतोषजनक है. खास बात ये है कि यहां कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या कम है, लेकिन बाहर से आने वाले लोगों के कारण ग्वालियर चंबल संभाग में कोरोना वायरस से लोग प्रभावित हुए हैं. हैरानी की बात है कि करीब 18 लाख की जनसंख्या में सिर्फ 1800 संदिग्धों के सैंपल लिए गए हैं.
18 लाख की आबादी में सिर्फ 1800 सैंपल, कैसे कोरोना की रुकेगी रफ्तार
कोरोना वायरस को लेकर ग्वालियर चंबल संभाग में स्थिति फिलहाल संतोषजनक है. खास बात ये है कि यहां कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या कम है, लेकिन बाहर से आने वाले लोगों के कारण ग्वालियर चंबल संभाग में कोरोना वायरस से लोग प्रभावित हुए हैं. हैरानी की बात है कि करीब 18 लाख की आबादी में सिर्फ 1800 संदिग्धों के सैंपल लिए गए हैं.
ग्वालियर में अब तक आठ कोरोना वायरस पाजिटिव मिले हैं. इन सभी की ट्रवेल हिस्ट्री थी, इनमें से 2 लोग अभी अस्पताल में भर्ती हैं और अपना इलाज करा रहे हैं, जबकि 6 लोग ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं. ये सभी लोग बाहर से ग्वालियर पहुंचे थे. करीब साढ़े सात हजार लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखने का दावा किया गया था. हैरानी की बात ये है कि भोपाल में अब तक 10 हजार से ज्यादा लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं, जबकि इंदौर में इसका आंकड़ा 8 हजार है.
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि जिन लोगों में बीमारी के लक्षण पाए जाते हैं. उन्हीं का सैंपल लिया जाता है. ग्वालियर में विदेश से कम से कम 500 लोग आ चुके हैं, जबकि दूसरे शहरों में करीब 4400 लोग ग्वालियर आ चुके हैं. कुछ लोगों का ये कहना है कि ग्वालियर में जांच नमूने कम लिए गए हैं. इसलिए मरीजों की संख्या कम है, यदि क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों का भी सैंपल लिया जाए तो कोरोना वायरस पाजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ सकती है.