ग्वालियर।पूर्व मंत्री राजा पटेरिया ने कहा कि मैंने कोई अभद्र टिप्पणी नहीं की लेकिन मैंने क्या बोला और उन्होंने क्या समझा, यह अलग बात है. अगर बात विचारधारा की है तो मैं गांधी, नेहरू, आंबेडकर का घोर अनुयायी हूं. इनके दर्शन में हिंसा का न कोई स्थान कभी था और न है. उन्होंने कहा कि एक तरफ खड़े हैं गोलवलकर, सावरकर, गोडसे व हिटलर और दूसरी तरफ गांधी, नेहरू व आंबेडकर. राजा पटेरिया ने कहा कि इतने दिन तक मैं जेल में रहा, उससे मुझे लाभ ही हुआ. मैं पहले से ज्यादा स्वस्थ हूं. उन्होंने कहा कि यह जेल की मेरी 9वीं यात्रा है. इससे पहले आठ यात्राएं मैं आंदोलनों में कर चुका हूं. मैं 1971 के समाजवादी आंदोलन की औलाद हूं.
13 दिसंबर को हुए थे गिरफ्तार :कांग्रेस के पूर्व मंत्री राजा पटेरिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इस टिप्पणी के बाद पवई थाने में राजा पटेरिया के खिलाफ केस दर्ज कराया गया. एफआईआर में आईपीसी की धारा 451, 504, 505 (1) (बी), 505 (सी), 506, 153 बी -1-सी के तहत केस दर्ज किया गया. इसके बाद पुलिस ने 13 दिसंबर को राजा पटेरिया को गिरफ्तार कर लिया था. एमपी -एमएलए कोर्ट ग्वालियर में उन उन पर मुकदमा चलाया गया. लेकिन यहां से जमानत न मिलने पर वो हाईकोर्ट जबलपुर गए. जहां से ढाई महीने जेल में रहने के बाद उन्हें जमानत पर रिहाई मिली. गौरतलब है कि पूर्व मंत्री राजा पटेरिया ग्वालियर के जिला कोर्ट में पेशी के लिए आए, इस दौरान उनके साथ कांग्रेस के कई नेता मौजूद थे.