ग्वालियर। शहर में स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन के तहत हो रहे विकास कार्यों की समीक्षा और एडवाइजरी बोर्ड की बैठक में स्थानीय सांसद विवेक नारायण शेजवलकर और कांग्रेस विधायक के बीच नोकझोंक हो गई. कांग्रेसी विधायकों का कहना है कि इस बैठक में हमें सिर्फ औपचारिकता के लिए सदस्य बनाया गया है. हमारी राय का इस बैठक में कोई महत्व नहीं होता है.
- औपचारिकता के लिए बनाया सदस्य
दरअसल कांग्रेसी विधायक प्रवीण पाठक और सतीश सिकरवार का कहना था कि उन्हें सिर्फ औपचारिकता के लिए सदस्य बना दिया गया है, लेकिन उनकी कोई राय एजेंडा सेट करने के पहले नहीं ली जाती. विधायकों का कहना है कि विधायकों को भी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में अपने सुझाव रखने का अधिकार है. लेकिन उन्हें एजेंडा नियमानुसार पहले नहीं दिया जाता है. बैठक के वक्त ही उन्हें स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत चल रहे कार्यों की जानकारी दी जाती है. यह सरासर गलत है. आखिर में स्मार्ट सिटी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जयति सिंह ने कहा कि आगे से बैठक का एजेंडा सभी को पूर्व से ही पहुंचा दिया जाएगा. जिस पर सभी जनप्रतिनिधियों ने भी अपनी रजामंदी दी है.