ग्वालियर।टिकट वितरण में असंतोष से जूझ रही कांग्रेस के सामने उसके ही पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने अब नया शगूफा छोड़ दिया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गोपीलाल भारतीय ने मांग की है कि उपचुनाव में यदि कांग्रेस को बहुमत मिलता है, तो मुख्यमंत्री आरक्षित वर्ग से होगा. उनका कहना है कि इससे पार्टी को फायदा पहुंचेगा. अपनी इस मांग को लेकर गोपीलाल भारतीय शनिवार को ग्वालियर प्रवास पर आए पूर्व मंत्री कमलनाथ से भी मिले थे.
उपचुनाव में बहुमत मिलने पर आरक्षित वर्ग से हो सीएम, कांग्रेस नेताओं की आलाकमान से मांग
ग्वालियर में कांग्रेस नेता गोपीलाल भारतीय ने मांग की है कि उपचुनाव में यदि कांग्रेस को बहुमत मिलता है, तो मुख्यमंत्री आरक्षित वर्ग से होगा. इसके लिए वे कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी बात करेंगे.
हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री उनकी इस मांग पर कोई उत्तर नहीं दिया है. लेकिन कांग्रेस के दलित कार्यकर्ताओं ने अपनी मांग को आलाकमान तक पहुंचाने के बात की है. दरअसल, कांग्रेस के टिकट वितरण की पहली सूची के बाद पार्टी में असंतोष के स्वर उभरने लगे हैं. पहला मामला मुरैना के दिमनी विधानसभा क्षेत्र में सामने आया है. जहां कांग्रेस प्रत्याशी रविंद्र तोमर का कांग्रेस के कार्यकर्ता ही विरोध करते और पुतला जलाते दिखे. इसी तरह भांडेर विधानसभा में पूर्व मंत्री महेंद्र बौद्ध ने टिकट वितरण से असंतुष्ट होकर पार्टी छोड़ने की घोषणा कर दी है.
कुछ यही हाल मुरैना की आरक्षित अंबाह सीट का भी है. यहां सत्यप्रकाश शंखवार को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है, उनका भी विरोध हो रहा है. लेकिन नई परेशानी से कांग्रेस अभी तक बचते रहे हैं. गोपीलाल भारतीय ने मांग की है कि उन्होंने अपने समाज के वोट दिलाने में कड़ी मेहनत की है, इसलिए आरक्षित वर्ग से ही सीएम होना चाहिए. महत्वपूर्ण पद पर अगड़ी जाति के लोगों को बैठ जाते हैं. इससे कार्यकर्ताओं के मन में असंतोष के स्वर उभरते हैं. इसलिए पार्टी को इस मांग पर गंभीरता से विचार करना चाहिए.