ग्वालियर। जिले का राजस्व विभाग वसूली में पिछड़ रहा है. जिस पर कलेक्टर अनुराग चौधरी ने बड़ा फैसला लिया है. ग्वालियर कलेक्टर ने राजस्व विभाग के अधिकारियों की सैलरी रोकने के निर्देश दिया है. ऐसा पहली बार हुआ है जब राजस्व की वसूली नहीं होने पर किसी कलेक्टर ने अपने अधिकारियों को सैलरी ही रोक दी हो. कलेक्टर ने अधिकारियों के साथ साथ खुद का वेतन रोकने का भी फैसला लिया है.
ग्वालियर में नहीं हो पा रही राजस्व की वसूली, कलेक्टर ने खुद के साथ रोकी अधिकारियों की सैलरी - धीमी वसूली
राजस्व की वसूली नहीं होने पर ग्वालियर कलेक्टर अनुराग चौधरी ने खुद के वेतन के साथ-साथ सभी राजस्व अधिकारियों की सैलरी रोकने के निर्देश दे दिया है. उनका कहना है कि जब तक राज्सव की 50 प्रतिशत वसूली नहीं हो जाती तब तक वेतन नहीं दिया जाएगा.

कलेक्टर ने कहा कि चूकिं राजस्व का मुखिया, कलेक्टर होता है जब तक राजस्व विभाग 50 फीसदी वसूली नहीं कर लेता है तब तक विभाग के अधिकारियों का वेतन काटा जाए. उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग को वसूली के लिए 66 करोड़ रुपए का टारगेट दिया था. लेकिन अब तक केवल 3.79 करोड रुपए की वसूली ही हो पाई है. जो टारगेट से काफी पीछे है.
वसूली की धीमी गति को देखते हुए कलेक्टर अनुराग चौधरी ने कलेक्ट्रेट कोषालय अधिकारी अनिल कुमार सक्सेना को खुद के साथ-साथ सभी राजस्व अफसरों का वेतन रोकने के निर्देश दिए है. बता दें कि इससे पहले अनुराग चौधरी जब सिंगरौली के कलेक्टर थे. तब भी उन्होंने ऐसा ही फैसला लिया था. उस समय पटवारियों के वेतन पर अनुराग ने कोषालय को निर्देश दिए थे कि उनकी सेलरी तभी दी जाए जब पटवारियों को वेतन मिलना शुरु हो जाए.