ग्वालियर। मध्यप्रदेश में सर्दी के सितम के बाद शीतलहर ने दस्तक दी है. ग्वालियर में पड़ रही कड़ाके की ठंड से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. पिछले ढाई दशक का रिकॉर्ड तोड़ते हुए ठंड ने लोगों को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया है. इसका बड़ा असर यातायात पर भी पड़ रहा है.
ग्वालियर में ठंड ने तोड़ा ढाई दशक का रिकॉर्ड, न्यूनतम पारा पहुंचा तीन डिग्री - Sheetalhar in Gwalior
एमपी में ठंड का कहर जारी है. भोपाल से लेकर ग्वालियर तक शीतलहर ने लोगों को किया बेहाल.
यही वजह है कि 29 दिसंबर तक के लिए जिला प्रशासन ने सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित की है. वहीं जम्मू से आने वाली फ्लाइट घने कोहरे की वजह से रद्द हो गई है.शुक्रवार तड़के न्यूनतम पारा सबसे कम यानी 3.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो इस साल का सबसे कम तापमान रहा है.
सर्दी के कारण लोग देर से ही घर से निकल पा रहे हैं, लेकिन मजदूर वर्ग के लोग मजबूरी के चलते सुबह ही घर छोड़ देते हैं, ऐसे में उन्हें अलाव के अलावा दूसरा सहारा नहीं है. लोगों की परेशानी को देखते हुए ग्वालियर दक्षिण के विधायक प्रवीण पाठक ने नगर निगम प्रशासन को अलाव की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं.