ग्वालियर। ग्वालियर- चंबल अंचल वीरों की भूमि है, यहां के जवान देश की सीमा पर तैनात हैं, यही वजह है कि, पूरे प्रदेश में ग्वालियर- चंबल अंचल में सबसे अधिक जवान सेना में भर्ती होते है. कारगिल युद्ध की बात की जाए, तो ग्वालियर- चंबल के जवानों ने दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए थे. ऐसा ही एक नाम ग्वालियर के कैप्टन बीएफ भदौरिया का है, जिन्होंने कारगिल युद्ध में कई दुश्मनों को मार गिराया था.
कैप्टन भदोरिया ने साझा किया करगिल युद्ध की कुछ यादें कारगिल युद्ध की कैप्टन भदौरिया ने साझा की यादें
कैप्टन बीएफ भदौरिया ने कारगिल युद्ध के बारे में बताते हुए कहा कि, 1999 में वे कारगिल के खरगू में पदस्थ थे, इसी दौरान सर्दियों के समय में पाकिस्तानी सैनिक सेक्टर में घुस गए और बंकर में पहुंचकर कई साथियों को मार दिया था. उन्होंने बताया कि, इन दुश्मनों ने हमारे ऑपरेटर को जिंदा रखा, जो हमें पहाड़ी से नीचे फोन के जरिए सकुशल होने की सुबह- शाम सूचना देता था. जिसके बाद लगातार दुश्मनों ने उसे डरा धमकाकर जबरन सकुशल होने की सूचना दिलवाते रहे.
कारगिल में दुश्मनों को चटाई थी धूल
कैप्टन बीएफ भदौरिया ने बताया कि, उस दौरान दुश्मन लगातार उनके साथियों को मारते रहे और सभी पोस्टों पर उन्होंने कब्जा कर लिया. वहीं एक दिन बकरी चराने वाला पोस्ट पर पहुंचा, तो दुश्मन उसके बकरों को मारकर खाने लगे. जिसके बाद उस चरवाहे ने नीचे आकर जानकारी दी, कि सभी साथियों को पाकिस्तान के दुश्मनों ने मार दिया है. जिसके बाद सभी भारतीय सैनिक सतर्क हो गए और टुकड़ों में बंट गए. उन्होंने बताया कि, उस समय दुश्मनों की संख्या उनसे अधिक थी, लेकिन किसी भी साथी ने हिम्मत नहीं हारी और चारों तरफ से उनको घेर कर गोली बरसाना शुरु कर दिया. जिसमें एक-एक करके सभी दुश्मनों को मार गिराया. बता दें कि कैप्टन बीएफ भदौरिया आर्मी में उस समय गन पोजीशन ऑफिसर थे. उस समय भदौरिया अपने सभी साथियों को दुश्मनों पर गोली बरसाने का ऑर्डर और पोजीशन बताते थे.
चीन और भारत विवाद पर बोले भदौरिया
इस समय चीन और भारत के बीच चल रहे विवाद को लेकर भी भदौरिया ने कहा कि, इस समय चीन अगर भारत से टकराएगा तो उसका अंजाम चीन को बहुत बुरा झेलना पड़ेगा, क्योंकि इस समय हमारे भारतीय सेना की प्लानिंग और सोच का जज्बा काफी बड़ा है. अब पहले जैसी आर्मी नहीं है, आज हमारे पास पूरे विश्व की सबसे मजबूत भारतीय सेना हमारे पास है. उन्होंने कहा कि, अगर सरकार आज भी आदेश देती है, तो हम चीनी सेना को धूल चटाने के लिए सेना बॉर्डर पर उतर जाएंगे.