ग्वालियर। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, वैसे ही बीजेपी में नेताओं की नाराजगी लगातार सामने आती जा रही हैं. यही वजह है कि सिंधिया समर्थक नेताओं के दखल के बाद अब लगातार बीजेपी के कई बड़े दिग्गज नेता जिसमें गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी शामिल हैं, ग्वालियर चंबल अंचल के नाराज नेताओं को मनाने के लिए घर घर पहुंच रहे हैं,. लेकिन इसके बावजूद भी पार्टी में नेताओं की नाराजगी कम होने का नाम नहीं ले रही है.
इसी का ताजा उदाहरण अभी भी हाल में ही देखने को मिला था, जब बीजेपी के नेता सतीश सिकरवार ने पार्टी छोड़ कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर ली. इससे यही साबित होता है कि भले ही बीजेपी के दिग्गज नेता घर-घर जाकर अपने नाराज नेताओं को मनाने का काम रहे हैं, लेकिन बीजेपी से नाराज चल रहे ये नेता बगावत कर रहे हैं.
कमलनाथ सरकार गिराने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने नेताओं की टीम को लेकर बीजेपी में शामिल हुए. ग्वालियर चंबल अंचल से ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक नेताओं के बीजेपी में शामिल होने के बाद लगातार पार्टी में गुटबाजी का दौर शुरू हो गया.
जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं वैसे ही सिंधिया और उनके समर्थक मंत्रियों का दबदबा इस ग्वालियर चंबल अंचल में कायम होता जा रहा है. यही वजह है पहले से बीजेपी में जमे वरिष्ठ और दिग्गज नेताओं का भविष्य संकट में आता जा रहा है. इसके चलते इन नेताओं ने पार्टी के कई कार्यक्रमों से दूरी बनाई.
मनाने पर भी नहीं मान रहे दिग्गज
पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व ने रुठे नेताओं को मनाने की कवायद शुरू कर दी है. खुद केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा रुठे नेताओं के घर पर गए और उनसे बातचीत की. पार्टी से नाराज चल रहे नेताओं में सबसे पहले पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया, पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा, पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह, पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य, पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह, पूर्व मंत्री माया सिंह के साथ-साथ तमाम बड़े नेता शामिल हैं, जिनसे मिलने खुद गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा उनके घर पहुंचे.