ग्वालियर(gwalior)।बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की ग्वालियर में एंट्री ने एक फिर से सियासी भूचाल पैदा कर दिया है. कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व मंत्री और बजरंग दल के पूर्व राष्ट्रीय संयोजक जयभान सिंह पवैया के घर पहुंचे. नेता पवैया के घर पर उनके पिताजी के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए पहुंचे थे.दोनों नेताओं ने करीब 35 मिनट एक दूसरे से बातचीत की.
Gawlior News: अचानक पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया के घर पहुंचे कैलाश विजयवर्गीय , बंद कमरे में की 35 मिनट मुलाकात - jaibhan
ग्वालियर(gwalior) बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (kailash vijayvargiya) अचानक ही बजरंग दल के पूर्व राष्ट्रीय संयोजक जयभान सिंह पवैया(jaibhan singh pawaiya) के घर मिलने पहुंचे.मुलाकात पर महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा वह उनके पिता के निधन पर शोक व्यक्त करने आए है. इससे पहले केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर(narendra singh tomar) और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी उनसे मिलने पहुंचे थे.बता दें दोनों नेताओं ने 35 मिनट बंद कमरे में मुलाकात की जिसकी सूबे में सियासी हलचल मच गई है.
बंद कमरे में 35 मिनट तक हुई दोनों नेताओं के बीच मुलाकात
दोनों नेताओं के बीच लगभग 35 मिनट तक बंद कमरे में मुलाकात हुई. इस मुलाकात में मध्यप्रदेश के मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई है. विजयवर्गीय ने कहा है कि वह पवैया के पिता के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करने आए थे. राजनैतिक मुलाकात को लेकर जब उनसे सवाल किया तो उन्होंने चुप्पी साध ली और वापस भैया के घर से दिल्ली के लिए रवाना हो गए.
जयभान सिंह पवैया की नाराजगी नहीं हुई दूर, बिना नाम लिए सिंधिया पर फिर साधा निशाना
धुर विरोधी माने जाने वाले तोमर और सिंधिया भी पहुंचे थे पवैया के घर
इससे पहले केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और उसके बाद पवैया के धुर विरोधी कहे जाने वाले सिंधिया राजवंश के ज्योतिरादित्य सिंधिया भी उनके घर आए थे. क्योंकि शुरू से ही जयभान सिंह पवैया सिंधिया परिवार के खिलाफ मुखर होकर बोलते आये है. तो वहीं कुछ सालों से पवैया और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बीच भी संबंध अच्छे नहीं थे. लेकिन इस मुलाकात के बाद दोनों नेताओं के बीच खटास कम होती नजर आ रही है.