ग्वालियर।उपचुनाव के लिए आचार संहिता की घोषणा कभी भी हो सकती है. कांग्रेस और भाजपा चुनाव प्रचार एक तरह से शुरू कर चुके हैं, उनके मुद्दों में सिर्फ एक दूसरे को धोखा देने और विकास के नाम पर झूठे वादे करने को लेकर बहस चल रही है, लेकिन असल मुद्दे इस चुनाव अभियान से गायब हैं.
चुनावी अभियान से बेरोजगारी का मुद्दा गायब, बीजेपी-कांग्रेस ने एक दूसरे पर लगाया आरोप - एमपी उपचुनाव 2020
मध्यप्रदेश में उपचुनाव को लेकर प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है. उपचुनाव में चुनावी अभियान से बेरोजगारी का मुद्दा गायब नजर आ रहा है, और बीजेपी-कांग्रेस एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही है.
बीजेपी-कांग्रेस
बेरोजगारी का मुद्दा
वहीं बीजेपी का कहना है कि जिस तरह से बेरोजगार युवाओं की संख्या बढ़ रही है उसके अनुपात में रोजगार देना संभव नहीं है. इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्किल डेवलपमेंट जैसे कई कार्यक्रम शुरू किए हैं. जिससे बेरोजगारों को रोजगार मिल सकता है.