ग्वालियर। भारत रत्न और देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का 25 दिसंबर को जन्मदिन है (atal bihari vajpayee birthday). इस मौके पर ग्वालियर में उनके जन्मदिन को गौरव दिवसके रूप में मनाया जा रहा है. प्रशासन इसके लिए तैयारियां कर रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा तीन साल पहले किया गया अटलजी की याद में स्मारक बनाने का वाद अभी तक पूरा नहीं हुआ है (shivraj forgot his promise). मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में स्मारक बनाने के लिए मुख्यमंत्री के अलावा केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा सहित प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट भी जगहों का निरीक्षण कर चुके हैं. इसके बाद भी अभी तक सिरोल में चिह्नित जमीन का आवंटन तक नहीं हो सका है. एक बार फिर पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी का जन्मदिन नजदीक आते ही स्मारक को लेकर फिर से सुगबुगाहट शुरू हो गई है.
घोषणा के बाद भी स्थानीय स्तर पर कोई काम नहीं: बता दें अक्टूबर 2020 में उपचुनाव के समय चुनावी सभा में मुख्यमंत्री ने अटल स्मारक बनाए जाने की घोषणा ग्वालियर में की थी. अटल स्मारक को विश्व स्तर का बनाने के लिए प्लानिंग भी की गई थी. इससे शहर को कुछ नया मिलने की आस बंधी थी. सीएम ने अपनी घोषणा को लगातार दोहराया, लेकिन स्थानीय स्तर पर कुछ भी नहीं हुआ. हालांकि, न्यास का औपचारिक गठन हुआ है, लेकिन स्मारक को लेकर संस्कृति विभाग लगातार उदासीनता अपनाए हुए है.
स्मारक के लिए जमीन नहीं हो पा रही डिसाइड:मध्य प्रदेश संस्कृति विभाग की टीम ने ग्वालियर आकर अटल स्मारक के लिए प्रस्तावित स्थलों का भ्रमण भी कर चुकी है. जिसमें पहले नंबर पर सिरोल पहाड़ी है. हाल ही में प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने भी स्थलों का निरीक्षण भी किया था, लेकिन जमीन फाइनल नहीं हुई है. वहीं बीजेपी कह रही है कि अटलजी का स्मारक भव्य रूप में बनाना है, इसलिए जमीन के फाइनल होने में समय लग रहा है. दूसरी ओर कांग्रेस बीजेपी पर तंज कस रही है (mp congress target bjp).