ग्वालियर।जीवाजी विश्वविद्यालय में कृषि संकाय शुरू करने के लिए बुधवार को कार्यपरिषद की बैठक में भी प्रस्ताव पारित कर लिया गया. अब इसे राज्य शासन की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा. राज्य शासन की मंजूरी के बाद भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद यानी आईसीएआर को मंजूरी के लिए भेजा जाएगा. खास बात यह है कि पिछले साल कृषि महाविद्यालय के छात्रों ने निजी क्षेत्र के एग्रीकल्चर कॉलेज के खिलाफ एक अभियान छोड़ा था.
जीवाजी विश्वविद्यालय में अब हो सकेगी Bsc और Msc एग्रीकल्चर
जीवाजी विश्वविद्यालय में अब बीएससी और एमएससी एग्रीकल्चर हो सकेगी. कार्यपरिषद की बैठक में अनुमोदन पास हो गया है.
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विश्वविद्यालय का यह भी कहना है कि विश्वविद्यालय में कृषि संकाय शुरू करने के बाद छात्र बीएससी एग्रीकल्चर, एमएससी एग्रीकल्चर सहित अन्य विषयों में स्नातक और स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल कर सकेंगे.यह ग्वालियर चंबल संभाग के विद्यार्थियों के लिए बड़ी उपलब्धि होगी. बुधवार को कार्यपरिषद की बैठक में जब यह प्रस्ताव कुलपति की ओर से रखा गया तो सभी ने सर्वसम्मति से अनुमोदन पर अपनी सहमति जता दी. विश्वविद्यालय के टंडन हॉल में कार्यपरिषद की यह बैठक बुधवार सुबह शुरू हुई थी. इस बैठक में कैरियर एडवांसमेंट के प्रावधान के तहत विश्वविद्यालय के सहायक प्राध्यापकों के लिए निम्न से उच्च एजीपी में स्थानन हेतु गठित समिति की अनुशंसा का अनुमोदन भी किया गया.