ग्वालियर।राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय के आंदोलनरत प्राध्यापक, कृषि वैज्ञानिक और तकनीकी विभाग के कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं. आंदोलनरत लोगों ने अपने आंदोलन को और तेज कर दिया है. सोमवार को राजमाता सिंधिया की पुण्यतिथि के मौके पर आंदोलनरत कृषि अधिकारियों ने मुख्य द्वार पर भजन कीर्तन का आयोजन कर उन्हें याद किया और ईश्वर से प्रार्थना की विश्वविद्यालय के प्रबंधन को सद्बुद्धि आए और उनकी मांगों पर सकारात्मक रूप से विचार हो.
राजमाता की पुण्यतिथि पर आंदोलनरत कृषि वैज्ञानिकों ने किए भजन कीर्तन - Agricultural Scientist Shailendra Kushwah
सोमवार को राजमाता सिंधिया की पुण्यतिथि के मौके पर आंदोलनरत कृषि अधिकारियों ने मुख्य द्वार पर भजन कीर्तन का आयोजन कर उन्हें याद किया और ईश्वर से प्रार्थना की विश्वविद्यालय के प्रबंधन को सद्बुद्धि आए.
दरअसल राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय के प्राध्यापक वैज्ञानिक और तकनीकी विभाग के कर्मचारी 11 जनवरी से आंदोलन कर रहे हैं. पहले उन्होंने एक सप्ताह तक काली पट्टी बांधकर काम किया था. उसके बाद से उन्होंने विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है और वह विश्वविद्यालय के कुलपति और रजिस्ट्रार को सद्बुद्धि देने के लिए हवन यज्ञ का भी आयोजन कर चुके हैं.
गौरतलब है कि कृषि विश्वविद्यालय के प्राध्यापक और वैज्ञानिक सातवें वेतनमान को लागू करने और उनकी पदोन्नति पर लगा हुआ, विराम हटाने को लेकर आंदोलित है. इससे पहले उन्होंने एक ज्ञापन भी विश्वविद्यालय प्रशासन को सौंपा था. जिसमें राजमाता की पुण्यतिथि के मौके पर उनकी याद में भजन कीर्तन करके कृषि वैज्ञानिकों ने कहा है कि शायद विश्वविद्यालय को अब सद्बुद्धि आ जाए और उनकी जायज मांगों पर वह कोई कदम उठा सके.