ग्वालियर। मध्यप्रदेश की राजनीति और शिवराज सरकार के लिए 27 सीटों पर होने वाले उपचुनाव काफी अहम हैं, इसको लेकर बीजेपी किसी तरह की कोई कमी रखने के मूड में नहीं है, अपराध हो या खनन सब पर सख्त कार्रवाई के लिए सीएम ने आदेश दे दिए हैं, खनन माफिया के खिलाफ अब सरकार के आदेश के बाद प्रशासन ने अपना होमवर्क शुरू कर दिया है, आने वाले कुछ दिनों में इन पर ताबड़तोड़ कार्रवाई भी शुरू हो जाएंगी, खनन माफिया पर कार्रवाई की शुरूआत ग्वालियर-चंबल अंचल से की सकती है, चंबल नदी और उसके आस-पास होने वाले खनन पर प्रशासन सख्त कार्रवाई करने मूड में है. इस बार प्रशासन पहले पूरा होमवर्क करेगा और बड़े नामों को पहले छांटा जाएगा.
कमलनाथ सरकार में ग्वालियर में 135 से ज्यादा की सूची अभी भी रखी है. वहीं गृह निर्माण समितियों का बड़े स्तर का फर्जीवाड़ा दोबारा खंगाला जाएगा. बची हुई समितियों पर एफआईआर की कार्रवाई जल्द की जाएगी. इस तमाम हलचल के बाद अब अब प्रदेश की राजनीतिक गलियारों में सियासत गर्म हो गई है. कांग्रेस की सरकार के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा का कहना है कि ऑपरेशन माफिया नहीं है बल्कि उपचुनाव से पहले कांग्रेस के लोगों को टारगेट करने का ये ऑपरेशन है, उपचुनाव से पहले सरकार कांग्रेस के लोगों को खनन के नाम पर टारगेट करना चाहती है
वहीं बीजेपी के नेताओं ने सीएम शिवराज के इस फैसले का स्वागत किया है, उनका कहना है कि रेत माफिया पर कार्रवाई करना जरूरी है, जिससे की इनके हौसले बुलंद न हों.