ग्वालियर। कोरोना वैक्सीन को लेकर भले ही केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार गंभीर नजर आ रही हैं. लेकिन अधिकारियों पर इसका कोई असर नजर नहीं आ रहा है. इसका उदाहरण ग्वालियर जिले में सोमवार को वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में अधिकारियों की लापरवाही के चलते देखने को मिला. जयारोग्य अस्पताल के 7 बूथों पर 940 वर्करों में से किसी को भी टीका नहीं लग सका. यानी सोमवार को जयारोग्य अस्पताल में टीकाकरण शून्य रहा.
एक ही नंबर के 940 'डोज' ने बनाया फिसड्डी! सात बूथों पर टीकाकरण शून्य - officers in gwalior
सोमवार को अधिकारियों की लापरवाही के कारण जयारोग्य अस्पताल के 7 बूथों पर 940 फ्रंटलाइन वर्करों को टीका नहीं लग पाया. जयारोग्य अस्पताल में टीकाकरण शून्य रहा, जिस कारण जिला लक्ष्य से पीछे रह गया.

टीका न लग पाने का कारण यह है कि स्वास्थ्य विभाग के पास जो लिस्ट पहुंची उसमें सभी फ्रंटलाइन वर्करों का मोबाइल नंबर (9977461031)एक ही लिखा था. इस कारण न तो उनके पास कोई मैसेज आए और ना ही वेरिफिकेशन के समय नंबर मिल पाए. जाहिर होता है अधिकारी वैक्सीनेशन को लेकर गंभीर नहीं हैं.
बता दें कि सोमवार से वैक्सीनेशन का दूसरा चरण शुरू हो गया है. इसमें 19500 फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगना है. फ्रंट लाइन वर्कर्स में नगर निगम कर्मचारी, पुलिस व अन्य फोर्स के जवान शामिल हैं. सोमवार को पहले दिन 5000 फ्रंटलाइन वर्करों को टीका लगने का टारगेट रखा गया था.