ग्वालियर। शहर की सफाई व्यवस्था पटरी पर आने की बजाय और बिगड़ती जा रही है. कचरा वाहन वार्डों तक नहीं पहुंच रहे हैं. जिसके चलते लोग इधर-उधर कचरा फेंकने का मजबूर हैं. गंदगी के चलते लोगों पर बीमारियों का खतरा बढ़ने का चांस रहते हैं. बावजूद इसके जिला प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है.
ग्वालियर के 66 वार्डों से नहीं उठाया जा रहा कचरा, बीमारियों का बड़ा खतरा - 66 wards are in mess
ग्वालियर में नगर-निगम की लापरवाही के चलते वार्डों में गंदगी फैल रही है, निगम ने जिस कंपनी को शहर का कचरा उठाने का ठेका दिया है वह सिर्फ शहर के 44 वार्डों से ही कचरा उठा रही है. जबकि 66 वार्डों में गंदगी पसरी रहती है.
बता दें शहर के सभी वार्डों से कचरा उठाने का कार्य ईको ग्रीन कंपनी के पास है, लेकिन कंपनी केवल 42 वार्डों से कचरा उठा रही है. जबकि बाकि के 66 वार्ड की जिम्मेदारी नगर निगम को सौंपी गई है, लेकिन निगम की लापरवाही के चलते वार्डों की हालत खराब है.
नगर निगम आयुक्त संदीप माकिन ने बताया है कि शहर से 500 टन कचरा निकलता है. जिसे लक्ष्मण तलैया लैंडफिल में भेज दिया जाता है. लेकिन वहां भी जगह कम होती जा रही है. इसलिए प्रशासन कचरा की प्रोसेसिंग को ध्यान में रखते हुए जल्द ही केदारपुर प्लांट चालू करने का फैसला लिया है.