ग्वालियर। महानगर के उपभोक्ता फोरम में एक निजी नर्सिंग होम में 2 साल पहले इलाज में लापरवाही के चलते एक मरीज की मौत हो गई थी. डॉक्टर दंपत्ति पर आरोप है कि उन्होंने अपने यहां आईसीयू होने के बावजूद भी मरीज को वार्ड में रखकर इलाज करते रहे. जिसकी वजह से रमेश की मौत हो गई.
ग्वालियर: इलाज के दौरान हुई मौत के मामले में डॉक्टर दंपति दोषी करार, लगाया 3 लाख का अर्थदंड - कंज्यूमर कोर्ट
महानगर के उपभोक्ता फोरम में एक निजी नर्सिंग होम में इलाज में लापरवाही के चलते एक मरीज की मौत हो गई थी. डॉक्टर दंपत्ति पर आरोप है कि उन्होंने अपने यहां आईसीयू होने के बावजूद भी मरीज को वार्ड में रखकर इलाज करते रहे.
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ग्वालियर के चीनोर में रहने वाले रमेश कुशवाहा को आंत में संक्रमण होने के बाद उसके परिजनों ने कम्पू इलाके में स्थित एक प्राइवेट नर्सिंग होम में भर्ती कराया था. ग्वालियर जयारोग्य अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर राजेश प्रजापति और उनकी पत्नी डॉ अर्चना प्रजापति इस नर्सिंग होम को संचालित करते हैं.
10 फरवरी 2017 को रमेश कुशवाहा को भर्ती कराया गया था. रमेश कुशवाहा की हालत बिगड़ने पर डॉक्टर दंपत्ति ने उन्हें आईसीयू में शिफ्ट नहीं किया, बल्कि अपने यहां ही आईसीयू की जगह वार्ड में रखकर इलाज करते रहे. जिसकी वजह से 20 फरवरी को रमेश की मौत हो गई.
मृतक के परिजनों ने डॉक्टर दंपत्ति पर गलत इलाज करने और लापरवाही बरतने का आरोप लगाया था. उन्होंने एक परिवाद कंज्यूमर कोर्ट में दायर किया था. जिस पर कंज्यूमर फोरम दंपत्ति पर तीन लाख रुपए की क्षतिपूर्ति राशि परिजनों को देने के आदेश दिए हैं.