ग्वालियर।साल 2021 हम से अलविदा कहने वाला है, लेकिन साल 2021 में कुछ ऐसी घटनाएं घटित हुई है जो हमेशा हमारे दिल और दिमाग में जिंदा रहेगी. इनमें से एक घटना है ग्वालियर चंबल अंचल में आई बाढ़... साल 2021 में ग्वालियर चंबल अंचल में आई बाढ़ ने हजारों घर को पूरी तरह से तबाह कर दिया. इस बाढ़ से चंबल अंचल के 8 जिले बुरी तरह से प्रभावित हुए. 8 जिलों में हजारों घर बेघर हो गए. हजारों की संख्या में किसानों की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई. चंबल अंचल में इस बाढ़ का कहर 15 दिन तक रहा था.
सरकार से लेकर प्रशासन को 24 घंटे लोगों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने के लिए मशक्कत करनी पड़ी थी. हालात यह हो चुके थे कि सरकार को सेना की मदद मदद लेनी पड़ी. सेना ने हेलीकॉप्टर की मदद से बाढ़ में घिरे लोगों को सुरक्षित स्थान तक निकाला. इस पूरी बाढ़ त्रासदी में 10 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ था. लगभग दो लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए थे. पढ़िए ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट...
2021 की बाढ़ को नहीं भूल पाएंगे अंचल के लोग
साल 2021 में कई साल बाद ग्वालियर चंबल अंचल में ऐसी भयानक बाढ़ आई थी. उस समय हालात ऐसे थे कि अंचल के हर गांव में बाढ़ का पानी घुस गया था. बाढ़ का कहर अंचल के सभी जिलों में दिखा था. इसमें हजारों की संख्या में जानवर पानी के साथ बह गए, जिनका आज तक पता नहीं लग पाया. इसके साथ ही कई घर भी पानी में बह गये. इस बाढ़ के कारण दो हजार से अधिक लोग बेघर हो गए. इसका दर्द यह लोग कभी नहीं भूल पाएंगे.
त्रासदी में 10 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान
2021 में आई इस बाढ़ के कारण हजारों गांव ऐसे, जो पूरी तरह बर्बाद हो गए. सैकड़ों लोगों ने गांव छोड़ दिया. वहीं सैकड़ों लोगों की गृहस्ती के नाम पर कुछ नहीं बचा. जो कुछ था वह सब मलबे में तब्दील हो चुका था. बर्बादी का ऐसा मंजर शायद कभी किसी ने नहीं देखा होगा.
बाढ़ में सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को हुआ. उनके खेतों में खड़ी फसल तबाह हो गई. सरकारी आकलन के अनुसार अंचल के जिलों में लगभग 2000 से अधिक गांव में ऐसे थे. जहां डेढ़ लाख हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि पर खड़ी फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई थी. जब सरकार द्वारा राजस्व विभाग ने गांव-गांव जाकर इसका सर्वे किया तो प्रशासन की आंकड़ों के अनुसार 10 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ था. वहीं दो लाख से ज्यादा लोग सीधे तौर पर प्रभावित हुए थे.