ग्वालियर। हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच ने बिहार के एक डॉक्टर समेत यूपी के एक सॉल्वर को शनिवार को जमानत दे दी है. दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी फर्जी दस्तावेज बनाने और आपराधिक षड्यंत्र सहित परीक्षा अधिनियम के तहत मामले दर्ज हैं. इन दिनों दोनों आरोपी ग्वालियर की सेंट्रल जेल में हैं.
व्यापम फर्जीवाड़ा: एक डॉक्टर और एक सॉल्वर को मिली जमानत - एमपी पीएमटी फर्जीवाड़े काे आरोपी को मिली जमानत
हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच ने बिहार के एक डॉक्टर समेत यूपी के एक सॉल्वर को शनिवार को जमानत दे दिया है. दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी फर्जी दस्तावेज बनाने और आपराधिक षड्यंत्र सहित परीक्षा अधिनियम के तहत मामले दर्ज हैं. इन दिनों दोनों आरोपी ग्वालियर की सेंट्रल जेल में हैं.
बिहार के डॉक्टर सोहराब आलम ने 2010 में एमपी पीएमटी फर्जीवाड़ा मामले में बिचौलिए की भूमिका निभाई थी, और उसने संदीप लहारिया नामक युवक की जगह बिहार के एक साल्वर का इंतजाम किया था. सीबीआई ने उसे 23 फरवरी 2020 को ही आरोपी को गिरफ्तार किया था, और झांसी रोड में उसके खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज होने के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया था. जहां से डॉ. सोहराब आलम को जेल भेज दिया गया था. इसी तरह लखनऊ के रहने वाले अभिजीत प्रसाद ने भी सॉल्वर बनकर किसी अन्य छात्र की जगह पीएमटी की परीक्षा दिया था.
व्यापम फर्जीवाड़ा मामले में आरोपी संदीप लहारिया के खिलाफ पहले ही अभियोग कोर्ट में पेश किया जा चुका है. डॉ सोहराब आलम के खिलाफ भी कोर्ट में चालान पेश किया जा चुका है.वहीं अभिजीत प्रसाद को निचली कोर्ट से 5 साल की सजा सुनाई गई है, और इन दिनों वह अपनी सजा काट रहा है.