गुना।कोरोना काल के दौरान गुना जिला अस्पताल में 3 महीने के लिए अस्थाई रूप से नियुक्त किए गए कर्मचारियों ने आज कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर स्थाई नौकरी की मांग की है. इन कर्मचारियों ने बताया कि, राज्य शासन द्वारा उन्हें 3 माह की अस्थाई नियुक्ति दी गई थी. हाल ही में स्वास्थ्य विभाग द्वारा उन्हें सूचित किया गया है कि, 30 अक्टूबर को उनकी सेवाएं समाप्त हो जाएंगी. इसके बाद इन 58 कर्मचारियों पर बेरोजगारी के संकट का सामना करना पड़ेगा.
गुना में कोविड-19 के लिए नियुक्त किए गए अस्थाई स्वास्थ्य कर्मियों ने मांगी स्थाई नौकरी, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
कोरोना काल के दौरान गुना जिला अस्पताल में 3 महीने के लिए अस्थाई रूप से नियुक्त किए गए स्वास्थ्य कर्मचारियों ने आज कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर स्थाई नौकरी की मांग की.
कोरोना वायरस जैसी महामारी में अपनी जान जोखिम में डालकर काम करने वाले इन कर्मचारियों ने बताया कि, उन्होंने कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है. इसलिए राज्य शासन को उन्हें पुरस्कार या पारितोषिक के रूप में स्थाई नियुक्तियां देनी चाहिए. साथ ही इन कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि, यदि राज्य शासन उनकी मांग पूरा नहीं करती है तो वह धरना प्रदर्शन भी करेंगे.
बता दें कि, स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्टाफ की कमी की वजह से 3 माह के लिए अस्थाई रूप से कर्मचारियों की नियुक्ति जिला अस्पताल में की गई थी. इन कर्मचारियों की सेवा अवधि अब समाप्त हो रही है, ऐसे में इनके बेरोजगार होने के साथ-साथ अस्पताल में भी दोबारा स्टाफ की कमी की समस्या आ जाएगी.